google-site-verification=6xpALziFXrUirL6iqg4wCEjQhb3wObOmA8r1Kpa8SqQ What is the best source of passive income in India? भारत में निष्क्रिय आय का सबसे अच्छा स्रोत क्या है? - investingsetup.com

What is the best source of passive income in India? भारत में निष्क्रिय आय का सबसे अच्छा स्रोत क्या है?

जैसा आप सभी जानते हैं | कि investing setup बिल्कुल जेनुइन इनफॉरमेशन प्रोवाइड करतl है | और स्टॉक मार्केट को बहुत से लोग डेंजरस और रिस्की मानते हैं जो है भी इसमें मैं मोमेंटम ज्यादा रहता है जो नौसिखिया है उसके लिए डेंजरस है और जिसका इस मार्केट का नॉलेज है वह अच्छा प्रॉफिट निकलते हैं.  मैं 2019 से इंवॉल्व हूं.  इस एक्सपीरियंस से स्टॉक मार्केट इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग और भी बहुत सरे ऑनलाइन अर्निंग से रिलेटेड आर्टिकल मिल जाएगा | जो फाइनेंशली फ्रीडम अचीव कर सकते हैं इसलिए  लेख को  ध्यान पूर्वक  से पढ़े.आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हर कोई चाहता है कि उसके पास ऐसी आय (Income) भी हो, जो बिना रोज़ाना काम किए आती रहे। यही आय कहलाती है – निष्क्रिय आय (Passive Income)। सरल शब्दों में कहें तो – जब आप एक बार मेहनत करते हैं और बाद में उसी काम से बार-बार पैसा मिलता रहता है, तो वही Passive Income है।भारत जैसे देश में, जहाँ लोग नौकरी, बिज़नेस और छोटे-मोटे कामों में व्यस्त रहते हैं, वहाँ Passive Income एक तरह से फाइनेंशियल फ्रीडम की कुंजी है। सवाल उठता है – आखिर भारत में निष्क्रिय आय का सबसे अच्छा स्रोत कौन सा है?

आइए विस्तार से समझते हp

What is the best source of passive income in India?
What is the best source of passive income in India?

1. निष्क्रिय आय क्यों ज़रूरी है?

  • आर्थिक सुरक्षा (Financial Security): अगर आपकी नौकरी या बिज़नेस में समस्या आ जाए, तो Passive Income काम आती है।
  • रिटायरमेंट प्लानिंग: बुढ़ापे में Active काम करना मुश्किल हो जाता है, तब यही आय आपका सहारा बनती है।
  • फाइनेंशियल फ्रीडम: आपको अपनी मर्ज़ी से जीने की आज़ादी मिलती है।
  • अतिरिक्त आय (Extra Income): नौकरी या बिज़नेस के साथ-साथ ये एक साइड इनकम की तरह काम करती है।

2. भारत में Passive Income के लोकप्रिय स्रोत

(A) रियल एस्टेट से रेंटल इनकम

भारत में Passive Income का सबसे पुराना और भरोसेमंद तरीका है – किराये पर प्रॉपर्टी देना

  • यदि आपके पास फ्लैट, दुकान या ऑफिस है तो उसे किराए पर देकर हर महीने तय इनकम मिलती है।
  • प्रॉपर्टी की कीमत समय के साथ बढ़ती भी है, यानी Capital Appreciation भी होता है।

फायदे:

  • लंबी अवधि तक स्थिर आय।
  • प्रॉपर्टी की वैल्यू बढ़ती रहती है।

नुकसान:

  • शुरुआती निवेश बहुत बड़ा होता है।
  • मेंटेनेंस और टैक्स का खर्च।

(B) शेयर बाज़ार में डिविडेंड इनकम

अगर आप शेयर बाज़ार में निवेश करते हैं, तो कुछ कंपनियाँ अपने मुनाफे का हिस्सा शेयरहोल्डर्स को देती हैं, जिसे Dividend कहते हैं।

  • यह एक बेहतरीन Passive Income है क्योंकि एक बार अच्छे शेयर खरीद लिए तो हर साल डिविडेंड मिलता रहेगा।

फायदे:

  • शेयर की कीमत बढ़े तो Capital Gain भी मिलेगा।
  • डिविडेंड पर टैक्स नियम अनुकूल होते हैं।

नुकसान:

  • शेयर मार्केट में रिस्क रहता है।
  • सही स्टॉक्स चुनना ज़रूरी है।

(C) म्यूचुअल फंड्स और SIP

म्यूचुअल फंड्स खासकर डिविडेंड पेइंग फंड्स या Index Funds लंबे समय तक Passive Income का अच्छा जरिया हैं।

  • SIP (Systematic Investment Plan) के ज़रिए छोटे-छोटे निवेश से बड़ा कॉर्पस बन सकता है।
  • बाद में आप Systematic Withdrawal Plan (SWP) से हर महीने आय ले सकते हैं।

(D) फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) और रिकरिंग डिपॉज़िट (RD)

भारतीय परिवारों का पसंदीदा निवेश – FD और RD

  • इसमें ब्याज के रूप में स्थिर आय मिलती है।
  • सीनियर सिटीज़न को ज्यादा ब्याज दर मिलती है।

फायदे:

  • सुरक्षित और भरोसेमंद।
  • बैंक गारंटी।

नुकसान:

  • ब्याज दरें कम होती जा रही हैं।
  • महंगाई (Inflation) को मात नहीं दे पातीं।

(E) पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और अन्य सरकारी योजनाएँ

भारत में PPF, NSC, SCSS, PMVVY जैसी योजनाएँ लंबी अवधि की Passive Income देती हैं।

  • सरकार द्वारा सुरक्षित।
  • टैक्स बचत भी।

(F) डिजिटल प्रोडक्ट्स और ऑनलाइन इनकम

आज के समय में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ Passive Income Source है – ऑनलाइन इनकम

  • YouTube चैनल: एक बार वीडियो बनाकर अपलोड करें, एड्स से सालों-साल इनकम।
  • Blogging: आर्टिकल लिखकर Ads और Affiliate Marketing से कमाई।
  • E-book/Online Course: एक बार मेहनत करके डिजिटल प्रोडक्ट तैयार करें और बार-बार बेचें।

फायदे:

  • स्केलेबल (एक बार मेहनत, बाद में Unlimited कमाई)।
  • Low investment।

नुकसान:

  • शुरुआती मेहनत और धैर्य चाहिए।
  • Competition ज़्यादा है।

(G) रॉयल्टी इनकम

  • अगर आप लेखक, संगीतकार या आर्टिस्ट हैं तो किताब, गाना या डिजाइन से रॉयल्टी कमा सकते हैं।
  • पेटेंट और Invention से भी रॉयल्टी मिलती है।

(H) पीयर-टू-पीयर लेंडिंग (P2P Lending)

अब भारत में कई P2P Lending Platforms आ चुके हैं।

  • आप दूसरों को Loan देकर EMI के रूप में Passive Income कमा सकते हैं।
  • ब्याज दरें FD से ज़्यादा होती हैं।

नुकसान:

  • डिफॉल्ट का रिस्क।
  • सही प्लेटफ़ॉर्म चुनना ज़रूरी।

3. भारत में सबसे अच्छा Passive Income Source कौन सा है?

अब सवाल यही है कि इन सबमें Best कौन है? दरअसल, “Best” का मतलब हर व्यक्ति के लिए अलग होता है

  • अगर आप सुरक्षा चाहते हैं, तो FD, PPF और सरकारी योजनाएँ।
  • अगर आप उच्च रिटर्न चाहते हैं, तो शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड।
  • अगर आपके पास प्रॉपर्टी है, तो Rental Income सबसे बेहतर।
  • अगर आप क्रिएटिव या डिजिटल स्किल्स रखते हैं, तो Blogging, YouTube और Online Course।

लेकिन एक स्मार्ट निवेशक वही है, जो अपनी Income Sources को Diversify करता है। यानी केवल एक ही रास्ते पर निर्भर न रहकर अलग-अलग तरीकों से Passive Income बनाना।

4. शुरुआती लोगों के लिए Step-by-Step गाइड

  1. सबसे पहले अपनी Monthly Saving तय करें।
  2. उसमें से 30% सुरक्षित निवेश (FD, PPF)।
  3. 40% ग्रोथ निवेश (Mutual Fund, Shares)।
  4. 20% Digital Income (Blogging, YouTube, Online Course)।
  5. 10% High-Risk Income (P2P Lending, Small-Cap Stocks)।

5. भविष्य में Passive Income का ट्रेंड

भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

  • Online Platforms (YouTube, Blogging, E-Commerce) Passive Income का सबसे बड़ा Source बनेंगे।
  • साथ ही, Financial Awareness बढ़ने से लोग FD और RD की जगह Mutual Funds और Stocks को चुनेंगे।
  • रियल एस्टेट हमेशा मजबूत विकल्प रहेगा, खासकर Tier-2 और Tier-3 शहरों में।

निष्कर्ष (Conclusion)

भारत में निष्क्रिय आय का सबसे अच्छा स्रोत आपकी ज़रूरत और स्थिति पर निर्भर करता है।

  • यदि आप सुरक्षित निवेश चाहते हैं → FD, PPF, Pension Plans
  • यदि आप अधिक रिटर्न चाहते हैं → Stocks, Mutual Funds, Rental Property
  • यदि आप Digital Age में जी रहे हैं और मेहनत करने को तैयार हैं → YouTube, Blogging, Online Courses

सबसे समझदारी भरा तरीका है – Multiple Passive Income Sources बनाना। यही असली Financial Freedom की कुंजी है।

आसान भाषा में कहें तो – Passive Income वह पैसा है, जो आपके सोते-सोते भी आता है। भारत में इसका सबसे अच्छा स्रोत वही है, जो आपके Interest, Skill और Investment Capacity से Match करता है।

 

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