google-site-verification=6xpALziFXrUirL6iqg4wCEjQhb3wObOmA8r1Kpa8SqQ what is intraday trading.इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? - investingsetup.com

what is intraday trading.इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?

फ्रेंड्स Investingsetup मैं स्वागत है आज इस लेख में इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होता है इसके बारे में विस्तार से सीखेंगे .शेयर बाजार में कम समय में अधिक मुनाफा कमाने की चाहत रखने वाले निवेशकों के बीच इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) एक बेहद लोकप्रिय तरीका है। यह ट्रेडिंग का एक ऐसा तरीका है जिसमें एक ही दिन के अंदर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। यानी सुबह खरीदे गए शेयर, शाम तक बेच दिए जाते हैं। इसमें मुनाफा (या नुकसान) उसी दिन होता है, और निवेशक अगले दिन किसी पोजीशन को लेकर आगे नहीं बढ़ता।

यह आर्टिकल सरल भाषा में आपको बताएगा कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है, यह कैसे काम करती है, इसके फायदे-नुकसान, आवश्यक टिप्स, और इस क्षेत्र में सफल होने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? (What is Intraday Trading)

इंट्राडे ट्रेडिंग, जिसे डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है, वह प्रक्रिया है जिसमें शेयरों को एक ही दिन के भीतर खरीदा और बेचा जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य छोटे-छोटे दाम के उतार-चढ़ाव (price movements) से मुनाफा कमाना होता है।

उदाहरण के लिए:
मान लीजिए आपने सुबह 10 बजे एक कंपनी का शेयर ₹500 में खरीदा और दोपहर 2 बजे वही शेयर ₹510 में बेच दिया। आपको प्रति शेयर ₹10 का मुनाफा हुआ। यही है इंट्राडे ट्रेडिंग।

↘️कैसे काम करती है इंट्राडे ट्रेडिंग? (How Intraday Trading Works)

  1. मार्केट टाइमिंग
    भारतीय शेयर बाजार सुबह 9:15 बजे से लेकर दोपहर 3:30 बजे तक खुला रहता है। इंट्राडे ट्रेडर को इसी समय के भीतर खरीद-बिक्री करनी होती है।
  2. मार्जिन ट्रेडिंग
    इंट्राडे ट्रेडिंग में ब्रोकरेज फर्म्स आपको मार्जिन प्रदान करती हैं यानी आप कम पैसे लगाकर ज्यादा शेयर खरीद सकते हैं। उदाहरण: ₹10,000 लगाकर आप ₹50,000 तक के शेयर खरीद सकते हैं।
  3. टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग
    इंट्राडे ट्रेडर आमतौर पर चार्ट्स, इंडिकेटर (जैसे RSI, MACD, Bollinger Bands), और सपोर्ट-रेजिस्टेंस की मदद से निर्णय लेते हैं।
  4. ऑटो स्क्वायर ऑफ
    अगर आप दिन के अंत तक शेयर नहीं बेचते हैं, तो आपका ब्रोकर ऑटोमैटिकली उसे 3:15 बजे के करीब बेच देता है ताकि पोजीशन बंद हो जाए।

💰इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे (Benefits of Intraday Trading)

  1. कम समय में मुनाफा
    सही रणनीति और अनुभव से आप कुछ घंटों में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
  2. मार्जिन सुविधा
    कम पूंजी में अधिक खरीदारी की सुविधा, जिससे लाभ की संभावना बढ़ जाती है।
  3. न कोई ओवरनाइट रिस्क
    शेयर अगले दिन तक होल्ड नहीं किए जाते, इसलिए ओवरनाइट मार्केट रिस्क से बचा जा सकता है।
  4. लिक्विडिटी
    इंट्राडे ट्रेडिंग में हमेशा बड़े वॉल्यूम के स्टॉक्स चुने जाते हैं, जिससे खरीदना-बेचना आसान होता है।

👉इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान (Risks of Intraday Trading)

  1. ज्यादा रिस्क
    कीमतों में उतार-चढ़ाव बहुत तेजी से होता है, जिससे अचानक नुकसान हो सकता है।
  2. मनोरंजन नहीं, गंभीर काम
    यह काम अनुभव और अनुशासन की मांग करता है। गलत निर्णय से बड़ी हानि हो सकती है।
  3. कभी-कभी ब्रोकरेज अधिक हो सकता है
    बार-बार ट्रेड करने से ट्रांजैक्शन चार्ज और टैक्स बढ़ सकता है।
  4. मानसिक दबाव
    लगातार स्क्रीन पर नजर रखना, तेज निर्णय लेना — यह मानसिक रूप से थका देने वाला हो सकता है।

👉इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए जरूरी बातें (Important Things to Know)

  1. स्टॉप लॉस का प्रयोग करें
    नुकसान को सीमित रखने के लिए स्टॉप लॉस लगाना जरूरी है। जैसे अगर आपने ₹500 में शेयर खरीदा है, तो स्टॉप लॉस ₹495 पर लगा सकते हैं।
  2. एक रणनीति बनाएं और उस पर टिके रहें
    बिना प्लान के ट्रेड करना खतरनाक है। प्रॉपर स्ट्रैटेजी बनाएं जैसे ब्रेकआउट ट्रेडिंग, स्कैल्पिंग आदि।
  3. लालच से बचें
    तय लक्ष्य पर मुनाफा लेकर बाहर निकलें। ज्यादा लाभ की चाह में नुकसान हो सकता है।
  4. सीखते रहें
    मार्केट रोज़ बदलता है। सीखना कभी बंद न करें — यूट्यूब, कोर्स, किताबें और लाइव मार्केट से सीखें।
  5. न्यूज़ और इवेंट्स का ध्यान रखें
    बजट, कंपनी रिजल्ट, RBI की घोषणाएं — ये सब शेयरों को प्रभावित करते हैं।

👉शुरुआत कैसे करें इंट्राडे ट्रेडिंग की? (How to Start Intraday Trading)

  1. Demat और Trading Account खोलें
    Zerodha, Groww, Angel One, Upstox जैसे प्लेटफॉर्म पर आसानी से अकाउंट खुलता है।
  2. एक ब्रोकरेज चुनें जो इंट्राडे के लिए उपयुक्त हो
    कम ब्रोकरेज चार्ज, अच्छा इंटरफेस, मार्जिन सुविधा जैसे फीचर्स देखें।
  3. मार्केट का अभ्यास करें (Paper Trading)
    शुरुआत में वर्चुअल ट्रेडिंग करें ताकि नुकसान न हो और अनुभव मिले।
  4. छोटे अमाउंट से शुरुआत करें
    शुरू में 1,000 से 5,000 रुपये से शुरू करें और अनुभव बढ़ाएं।
  5. रोजाना एक या दो स्टॉक्स पर ध्यान दें
    ज्यादा स्टॉक्स में उलझने की बजाय फोकस्ड अप्रोच अपनाएं।

इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल होने के टिप्स (Tips for Success in Intraday Trading)

  1. डिसिप्लिन सबसे जरूरी है।
    बिना लालच के, अपने बनाए नियमों का पालन करें।
  2. ट्रेंड को फॉलो करें।
    मार्केट के साथ चलें, उसके खिलाफ नहीं।
  3. ज्यादा ट्रेड न करें।
    ओवरट्रेडिंग नुकसान का कारण बनती है।
  4. रिकॉर्ड बनाए रखें।
    कौन से ट्रेड में कितना मुनाफा/नुकसान हुआ — इसकी लिस्टिंग करें।
  5. नुकसान को स्वीकारें।
    हर ट्रेड में मुनाफा संभव नहीं। नुकसान भी सीखने का हिस्सा है।

इंट्राडे ट्रेडिंग बनाम लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग (Intraday vs. Long Term Investing)

विषय इंट्राडे ट्रेडिंग लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग
अवधि एक दिन सालों
रिस्क बहुत ज्यादा अपेक्षाकृत कम
मुनाफा तेज़ लेकिन अनिश्चित धीमा लेकिन स्थिर
मनोवैज्ञानिक दबाव ज्यादा कम
स्किल टेक्निकल एनालिसिस फंडामेंटल एनालिसिस

↘️निष्कर्ष (Conclusion)

इंट्राडे ट्रेडिंग कम समय में मुनाफा कमाने का रोमांचक लेकिन जोखिमभरा तरीका है। यह उन लोगों के लिए बेहतर है जो मार्केट को समय दे सकते हैं, तेजी से निर्णय ले सकते हैं और निरंतर सीखते रहने को तैयार हैं।

यदि आप अनुशासित हैं, स्टॉप लॉस लगाते हैं, ट्रेंड को समझते हैं और लालच से दूर रहते हैं — तो इंट्राडे ट्रेडिंग आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

लेकिन याद रखें, यह कोई जुआ नहीं, बल्कि गंभीर गणना और रणनीति का खेल है। अनुभव से ही सफलता मिलती है। इसलिए शुरुआत छोटे कदमों से करें और समझदारी से आगे बढ़ें।

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