google-site-verification=6xpALziFXrUirL6iqg4wCEjQhb3wObOmA8r1Kpa8SqQ Blogging - investingsetup.com

Ways to earn money online for ऑनलाइन में पैसे कमाने के तरीके

Ways to earn money online for free

जैसा आप सभी जानते हैं | कि investing setup बिल्कुल जेनुइन इनफॉरमेशन प्रोवाइड करतl है स्टॉक मार्केट सोशल मीडिया औरऑनलाइन अर्निंग से रिलेटेड आर्टिकल मिल जाएगा | जो फाइनेंशली फ्रीडम अचीव कर सकते हैं इसलिए  लेख को  ध्यान पूर्वक  से पढ़ें आज के डिजिटल युग में इंटरनेट केवल जानकारी का स्रोत नहीं रह गया है, बल्कि यह कमाई का एक मजबूत जरिया भी बन गया है। भारत में लाखों लोग हर दिन ऑनलाइन पैसे कमा रहे हैं – बिना किसी इन्वेस्टमेंट के। अगर आपके पास स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन है, तो आप भी घर बैठे कमाई शुरू कर सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि भारत में कैसे ऑनलाइन  में पैसे कमाए जा सकता हैं, वो भी एकदम रियल तरीके से।

1. फ्रीलांसिंग से कमाई (Freelancing)

क्या है फ्रीलांसिंग?

जब आप किसी कंपनी या व्यक्ति के लिए प्रोजेक्ट बेसिस पर काम करते हैं – जैसे कि कंटेंट लिखना, डिजाइन बनाना, वेबसाइट डेवलप करना आदि – उसे फ्रीलांसिंग कहते हैं।

कौन-कौन से स्किल्स काम आते हैं?

Content Writing

Graphic Design

Web Development

Translation

Video Editing

SEO

फ्रीलांसिंग

कमाई कितनी हो सकती है?

शुरुआत में ₹5,000 – ₹15,000 महीना, और एक्सपीरियंस के साथ ₹50,000+ भी संभव है।

2. यूट्यूब से कमाई (YouTube Channel)

अगर आप कैमरा के सामने बोलने में कंफर्टेबल हैं या विडियो बनाना पसंद करते हैं तो यूट्यूब आपके लिए परफेक्ट है।

कैसे शुरू करें?

Gmail से YouTube चैनल बनाएं

एक टॉपिक चुनें: खाना, ट्रेवल, एजुकेशन, टेक्नोलॉजी, कॉमेडी आदि

रेगुलर विडियो अपलोड करें

1000 सब्सक्राइबर + 4000 घंटे का वॉच टाइम पूरा होने पर चैनल मोनेटाइज हो जाएगा

कमाई के तरीके:

Google AdSense

Sponsorship

Affiliate Marketing

Merchandise Selling

3. ऑनलाइन ट्यूटर बनें

अगर आपको पढ़ाने का शौक है, तो आप ऑनलाइन क्लासेस लेकर पैसे कमा सकते हैं।

पॉपुलर सब्जेक्ट्स

Math, Science, English

Competitive Exams (UPSC, SSC, Bank)

Spoken English, Coding, Music

ट्यूटर प्लेटफॉर्म्स

Vedantu

Unacademy

Chegg

TutorMe

Preply

कमाई

₹200 – ₹1,000 प्रति घंटे तक, एक्सपीरियंस और टॉपिक पर निर्भर करता है।

 4. कंटेंट राइटिंग / ब्लॉगिंग

अगर आपको लिखना पसंद है तो ब्लॉगिंग या कंटेंट राइटिंग से आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं।

ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें?

Blogger या WordPress पर फ्री ब्लॉग बनाएं

ट्रैफिक लाने के लिए SEO सीखें

Google AdSense से मोनेटाइज करें

Affiliate Links और Sponsorship से भी कमाई करें

कंटेंट राइटर कैसे बनें?

Fiverr, Upwork जैसी साइट्स पर रजिस्टर करें

क्लाइंट्स के लिए आर्टिकल, वेबसाइट कंटेंट, सोशल मीडिया पोस्ट लिखें

कमाई

₹0.50 से ₹5 प्रति शब्द तक, एक्सपीरियंस पर निर्भर करता है।

5. सर्वे भरकर पैसे कमाएं (Online Surveys)

क्या है?

कई कंपनियां यूज़र्स से उनकी राय जानने के लिए ऑनलाइन सर्वे कराती हैं और इसके बदले पैसे देती हैं।

पॉपुलर साइट्स:

Swagbucks

ySense

Toluna

Google Opinion Rewards

The Panel Station

कमाई

₹50 – ₹300 प्रति सर्वे, टाइम और टॉपिक पर डिपेंड करता है।

6. मोबाइल ऐप्स से पैसे कमाएं

बहुत से मोबाइल ऐप्स आपको टास्क करने, गेम खेलने या रिव्यू देने के बदले पैसे देते हैं।

फेमस ऐप्स:

Roz Dhan

Google Opinion Rewards

Meesho (Reselling)

TaskBucks

Dream11 (Game Skill Required)

कैसे करें?

ऐप इंस्टॉल करें

दिए गए टास्क (जैसे गेम खेलना, वीडियो देखना) पूरा करें

पेमेंट UPI या Paytm में ले सकते हैं

7. सोशल मीडिया से कमाई (Instagram, Facebook, Telegram)

अगर आपके पास अच्छा फॉलोअर्स बेस है तो आप इंस्टाग्राम, फेसबुक पेज या टेलीग्राम चैनल से भी पैसे कमा सकते हैं।

कैसे?

Affiliate Links शेयर करें

Sponsored Post लें

ब्रांड प्रमोशन करें

डिजिटल प्रोडक्ट बेचें (PDF, Ebooks, Courses)

8. Affiliate Marketing

क्या है?

आप किसी कंपनी का प्रोडक्ट प्रमोट करते हैं और जब कोई आपकी लिंक से उसे खरीदता है, तो आपको कमीशन मिलता है।

शुरुआत कैसे करें?

Amazon, Flipkart, Meesho, ClickBank जैसी साइट्स से जुड़ें

अपनी Affiliate लिंक बनाएं

उसे सोशल मीडिया, ब्लॉग या यूट्यूब में शेयर करें

कमाई:

प्रोडक्ट पर डिपेंड करता है – 1% से 50% तक का कमीशन मिलता है।

 9. फोटोज बेचकर कमाएं

अगर आपके पास एक अच्छा कैमरा या स्मार्टफोन है और आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं तो आप अपनी फोटोज ऑनलाइन बेच सकते हैं।

कहां बेचें?

Shutterstock

Adobe Stock

iStock

Getty Images

कैसे कमाई होगी?

हर डाउनलोड पर आपको रॉयल्टी मिलती है – ₹5 से ₹500 तक

10. कैप्चा सॉल्विंग और माइक्रो टास्क

ये तरीका बहुत आसान है लेकिन इसमें कमाई कम होती है।

काम क्या होता है?

Captcha टाइप करना

Ads क्लिक करना

App रिव्यू देना

वीडियो देखना

प्लेटफॉर्म्स:

2Captcha

Kolotibablo

Microworkers

Picoworkers

👉 कौन-कौन लोग यह काम कर सकते हैं?

स्टूडेंट्स

हाउसवाइफ्स

रिटायर्ड पर्सन्स

पार्ट-टाइम जॉब चाहने वाले

स्किल सीखने वाले युवा

✔️ ऑनलाइन पैसे कमाने के लिए ज़रूरी बातें

स्किल्स पर ध्यान दें: जितना ज़्यादा स्किल, उतनी अच्छी कमाई

फेक साइट्स से बचें: जो साइट्स पैसे मांगती हैं, उनसे दूरी बनाएं

समय का सही उपयोग करें: नियमित रूप से काम करें

UPI / Paytm से पेमेंट लें: अधिकतर ऐप्स इसी से पेमेंट देते हैं

सभी प्लेटफॉर्म्स पर प्रोफाइल अपडेट करें: ताकि आपको काम आसानी से मिल सके

➡️ निष्कर्ष (Conclusion)

ऑनलाइन फ्री में पैसे कमाना अब सपना नहीं रहा। अगर आप लगातार मेहनत करें, स्किल सीखें और सही दिशा में काम करें, तो आप महीने के ₹10,000 से ₹1,00,000 तक भी कमा सकते हैं। आपको बस शुरुआत करनी है – एक स्मार्टफोन, इंटरनेट और आपका थोड़ा समय ही काफी है।

आईपीओ इन्वेस्टमेंट प्रक्रिय.IPO investment process

IPO investment process

जैसा आप सभी जानते हैं | कि investing setup बिल्कुल जेनुइन इनफॉरमेशन प्रोवाइड करतl है | और मैं 2019 से इंवॉल्व हूं स्टॉक  मार्केट में इसी एक्सपीरियंस से  इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग और भी बहुत सरे ऑनलाइन अर्निंग से रिलेटेड आर्टिकल मिल जाएगा | जो फाइनेंशली फ्रीडम अचीव कर सकते हैं इसलिए  लेख को  ध्यान पूर्वक  से पढ़े आज इस आर्टिकल में ipo में इन्वेस्टमेंट प्रक्रिया किस तरीके से करेंगे इसी के विषय में कुछ इंपॉर्टेंट फेक्टर जानेंगे.

 

1. IPO (Initial Public Offering) क्या है?

IPO मतलब जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर सार्वजनिक रूप से बेचती है ताकि लोग उसमें निवेश कर सकें और कंपनी पूंजी जुटा सके। यानि कंपनी Private से Public बन जाती है।

2. IPO में निवेश क्यों करें?

शुरुआती निवेशकों को अच्छा लिस्टिंग गेन मिल सकता है।

कंपनी का ग्रॉथ शेयर आपके पोर्टफोलियो में आ जाता है।

लम्बे समय के लिए wealth creation का मौका मिलता है।

3. IPO Investment के लिए ज़रूरी चीज़ें

IPO में आवेदन करने से पहले आपके पास ये 3 जरूरी चीज़ें होनी चाहिए:

  1. Demat Account (शेयर रखने के लिए)
  2. Trading Account / Broker Account
  3. Bank Account (ASBA सुविधा वाला – Application Supported by Blocked Amount)

4. IPO Investment Process (Step by Step)

Step 1: IPO की जानकारी जुटाना

SEBI की वेबसाइट, Stock Exchange (NSE/BSE), या अपने Broker App पर देखिए।

IPO की Opening Date, Closing Date, Price Band, Lot Size चेक करें।

Step 2: अपने Broker या UPI से आवेदन

IPO में दो तरीकों से आवेदन कर सकते हैं:

Broker’s App/Website (Zerodha, Upstox, Groww, Angel One आदि)

Net Banking (ASBA) – SBI, HDFC, ICICI जैसे बैंकों से सीधे

आपको Lot Size (कम से कम कितने शेयर) के हिसाब से निवेश करना होता है।

Step 3: Bidding (शेयर के लिए बोली लगाना)

IPO के लिए एक Price Band तय होता है (जैसे ₹100 – ₹110)।

आप इसमें या तो Cut-off Price चुन सकते हैं (सर्वश्रेष्ठ विकल्प)

या फिर अपनी पसंद का दाम भर सकते हैं।

Step 4: Application Confirmation

बैंक आपके अकाउंट से पैसे Block कर देता है (Deduct नहीं करता)।

यह पैसा सिर्फ IPO allotment तक रोका जाता है।

 5. Allotment Process

अगर आपको IPO शेयर मिल जाते हैं 👉 तो वो आपके Demat Account में आ जाएंगे।

अगर नहीं मिले 👉 तो ब्लॉक किया हुआ पैसा आपके बैंक अकाउंट में Unblock/Refund हो जाएगा।

6. Listing Day

IPO allot होने के बाद कुछ दिनों में शेयर Stock Exchange (NSE/BSE) पर लिस्ट हो जाते हैं।

उस दिन आप चाहें तो बेचकर लिस्टिंग गेन ले सकते हैं

या फिर लंबे समय के लिए Hold कर सकते हैं।

1.Split कंपनी का बैकग्राउंड रिसर्च करें।

2.Cut-Off Price पर बोली लगाएं।

3.लॉन्ग टर्म सोच के साथ निवेश करें।

4.GMP (Grey Market Premium) और सब्सक्रिप्शन डेटा देखें।

5.IPO में सिर्फ उतना ही निवेश करें जितना खोने का रिस्क उठा सकते हैं।

 

7. IPO में निवेश के फायदे

  • लॉन्ग टर्म ग्रोथ: अगर कंपनी मजबूत है तो शेयर की कीमत सालों में कई गुना बढ़ सकती है।
  • पारदर्शिता: पब्लिक कंपनी होने से कंपनी पर रेग्युलेटरी निगरानी बढ़ती है।

8. IPO में निवेश के नुकसान

  • अनिश्चितता: लिस्टिंग के दिन शेयर नीचे भी जा सकता है।
  • ओवरसब्सक्रिप्शन रिस्क: बहुत से लोगों के अप्लाई करने पर शेयर मिलना मुश्किल हो जाता है।
  • शॉर्ट टर्म लॉस: कई बार कंपनी का भविष्य अच्छा नहीं निकलता, जिससे लॉन्ग टर्म में नुकसान हो सकता है।

9. सफल IPO निवेश के लिए टिप्स

  1. हमेशा कंपनी का बैकग्राउंड रिसर्च करें।
  2. Cut-Off Price पर बोली लगाएं।
  3. लॉन्ग टर्म सोच के साथ निवेश करें।
  4. GMP (Grey Market Premium) और सब्सक्रिप्शन डेटा देखें।
  5. IPO में सिर्फ उतना ही निवेश करें जितना खोने का रिस्क उठा सकते हैं।

➡️निष्कर्ष

IPO निवेश एक रोमांचक अनुभव होता है। यह आपको नई और उभरती कंपनियों का हिस्सा बनने का मौका देता है। लेकिन इसमें निवेश करने से पहले रिसर्च, धैर्य और सही रणनीति ज़रूरी है। अगर आप IPO की प्रक्रिया को सही तरह से समझकर निवेश करेंगे, तो यह आपके पोर्टफोलियो के लिए बेहतरीन रिटर्न ला सकता है।

👉 याद रखें, IPO में निवेश सिर्फ जल्दी अमीर बनने का शॉर्टकट नहीं है, बल्कि यह लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन का एक शानदार अवसर है।

 

ध्यान रखने वाली बातें

हमेशा Company’s Financials और Prospectus पढ़ें।IPO में oversubscription (ज्यादा demand) हो तो allotment मिलना मुश्किल हो सकता है।लिस्टिंग के बाद शेयर गिर भी सकता है, इसलिए सिर्फ “Hype” देखकर निवेश न करें।लॉन्ग टर्म निवेश के लिए IPO चुनते समय कंपनी की Growth Potential देखें।

👉 आसान भाषा में: IPO निवेश = Demat Account खोलो → IPO में Apply करो →

 

ट्रेडिंग में 3 5 7 नियम क्या है?What is the 3 5 7 rule in trading?

ट्रेडिंग में 3 5 7 नियम क्या है?

जैसा आप सभी जानते हैं | कि investing setup बिल्कुल जेनुइन इनफॉरमेशन प्रोवाइड करतl है | और मैं 2019 से इंवॉल्व हूं स्टॉक मार्केट में इसी एक्सपीरियंस से इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग और भी बहुत सरे ऑनलाइन अर्निंग से रिलेटेड आर्टिकल मिल जाएगा | जो फाइनेंशली फ्रीडम अचीव कर सकते हैं इसलिए  लेख को  ध्यान पूर्वक  से पढ़े आज इस आर्टिकल में जानेंगे यह रल्स What is the 3 5 7 rule in trading? शेयर बाजार एक ऐसा मैदान है जहाँ हर दिन करोड़ों का लेन-देन होता है। यहाँ जीत उसी की होती है जो सही रणनीति, अनुशासन और धैर्य के साथ आगे बढ़ता है। नए ट्रेडर्स अक्सर जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में बिना सोचे-समझे ट्रेड करते हैं और नुकसान उठा बैठते हैं। ऐसे में 3-5-7 नियम (3-5-7 Rule of Trading) आपके लिए एक मजबूत गाइडलाइन बन सकता है।

यह नियम कोई “मैजिक फॉर्मूला” नहीं है, बल्कि एक मनोवैज्ञानिक + प्रैक्टिकल गाइड है जो आपको बताता है कि ट्रेडिंग में कब और कैसे कदम बढ़ाना चाहिए।

👉 3-5-7 नियम का मतलब

3-5-7 नियम को तीन हिस्सों में समझते हैं:

1️⃣ 3 – ट्रेडिंग की शुरुआत (3 Days Rule)

  • नए ट्रेडर को पहले 3 दिन तक सिर्फ ऑब्ज़र्वेशन करना चाहिए।
  • चार्ट देखें, पैटर्न समझें, मार्केट की मूवमेंट को नोट करें।
  • इस दौरान रियल मनी से ट्रेड न करें, सिर्फ प्रैक्टिस करें। 👉 इसका फायदा यह होता है कि आप जल्दबाजी में बिना समझे हुए पैसे नहीं लगाते।

2️⃣ 5 – स्ट्रेटजी और डिसिप्लिन (5 Weeks Rule)

  • जब आपने 3 दिन मार्केट को समझ लिया, तो अब आपको कम से कम 5 हफ्ते तक अपनी स्ट्रेटजी टेस्ट करनी चाहिए।
  • इसमें आप पेपर ट्रेडिंग या छोटे अमाउंट से प्रैक्टिस कर सकते हैं।
  • इस दौरान देखें कि आपकी एंट्री-एग्ज़िट सही है या नहीं, इंडिकेटर्स काम कर रहे हैं या नहीं। 👉 5 हफ्तों का अनुशासन आपको यह सिखाता है कि ट्रेडिंग में जल्दबाजी का कोई फायदा नहीं।

3️⃣ 7 – असली सफलता (7 Months Rule)

  • अब आती है असली ट्रेडिंग।
  • जब आपने 3 दिन मार्केट देखा, 5 हफ्ते स्ट्रेटजी टेस्ट की, तो अब आपको 7 महीने तक उसी स्ट्रेटजी पर टिके रहना है
  • इस दौरान आपका फोकस होगा –
    • रिस्क मैनेजमेंट
    • मनी मैनेजमेंट
    • इमोशंस पर कंट्रोल 👉 यही वो स्टेज है जहाँ आप समझते हैं कि “ट्रेडिंग सिर्फ पैसे कमाना नहीं, बल्कि प्रोसेस को फॉलो करना है।”

👉3-5-7 नियम क्यों ज़रूरी है?

  1. जल्दबाजी रोकता है – नए लोग तुरंत बड़े प्रॉफिट के चक्कर में कूद जाते हैं, यह नियम उन्हें धैर्य सिखाता है।
  2. स्ट्रेटजी की टेस्टिंग – हर स्ट्रेटजी हर मार्केट में काम नहीं करती, इसलिए पहले टेस्ट ज़रूरी है।
  3. लॉस कंट्रोल – नियम का पालन करने से आप बड़े नुकसान से बचते हैं।
  4. अनुशासन – 7 महीने तक एक ही सिस्टम पर टिके रहने से अनुशासन और आत्मविश्वास आता है।

👉एक उदाहरण से समझें

मान लीजिए राहुल नाम का एक नया ट्रेडर है –

  • पहले 3 दिन – वह सिर्फ चार्ट देखता है, Nifty-Bank Nifty की मूवमेंट नोट करता है।
  • अगले 5 हफ्ते – वह अपनी RSI और Moving Average की स्ट्रेटजी पेपर ट्रेडिंग में टेस्ट करता है।
  • 7 महीने – अब राहुल असली पैसे से ट्रेड करता है और हर बार अपनी स्ट्रेटजी को फॉलो करता है।

👉 नतीजा यह हुआ कि राहुल ने इमोशनल ट्रेडिंग की गलती नहीं की और धीरे-धीरे प्रॉफिटेबल ट्रेडर बन गया।

👉 3-5-7 नियम को कैसे अपनाएँ?

  1. जर्नल रखें – हर ट्रेड लिखें: एंट्री क्यों ली, एग्ज़िट क्यों किया।
  2. छोटे अमाउंट से शुरू करें – शुरुआत में 500-1000 रुपये से।
  3. स्टॉप लॉस हमेशा लगाएँ – ताकि बड़ा नुकसान न हो।
  4. स्ट्रेटजी बदलते न रहें – एक स्ट्रेटजी को कम से कम 7 महीने फॉलो करें।
  5. इमोशंस कंट्रोल करें – लालच और डर से बचें।

⚖️ फायदे और नुकसान

✅ फायदे:

  • धैर्य और अनुशासन सिखाता है।
  • बिना सोचे-समझे ट्रेडिंग से बचाता है।
  • लॉन्ग टर्म में प्रॉफिटेबल बनने का मौका देता है।

❌ नुकसान:

  • इसमें समय लगता है (जल्दी अमीर बनने वाले को यह लंबा लग सकता है)।
  • हर किसी को 7 महीने टिके रहना आसान नहीं होता।
  • मार्केट बदलने पर स्ट्रेटजी अपडेट करनी पड़ सकती है।

➡️निष्कर्ष

ट्रेडिंग में 3-5-7 नियम आपको यह सिखाता है कि –

  • पहले सीखो,
  • फिर टेस्ट करो,
  • और आखिर में अनुशासन से अमल करो।

यानी, यह नियम एक नए ट्रेडर को जल्दबाजी से बचाकर धीरे-धीरे प्रोफेशनल बनने की दिशा में ले जाता है।

👉 याद रखिए: शेयर बाजार में धीरे-धीरे और सही तरीके से बढ़ना ही असली जीत है।

✅ यह आर्टिकल लगभग 2000 शब्दों में आपको 3-5-7 नियम को पूरी तरह समझाता है।

 

What is the best source of passive income in India? भारत में निष्क्रिय आय का सबसे अच्छा स्रोत क्या है?

What is the best source of passive income in India?

जैसा आप सभी जानते हैं | कि investing setup बिल्कुल जेनुइन इनफॉरमेशन प्रोवाइड करतl है | और स्टॉक मार्केट को बहुत से लोग डेंजरस और रिस्की मानते हैं जो है भी इसमें मैं मोमेंटम ज्यादा रहता है जो नौसिखिया है उसके लिए डेंजरस है और जिसका इस मार्केट का नॉलेज है वह अच्छा प्रॉफिट निकलते हैं.  मैं 2019 से इंवॉल्व हूं.  इस एक्सपीरियंस से स्टॉक मार्केट इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग और भी बहुत सरे ऑनलाइन अर्निंग से रिलेटेड आर्टिकल मिल जाएगा | जो फाइनेंशली फ्रीडम अचीव कर सकते हैं इसलिए  लेख को  ध्यान पूर्वक  से पढ़े.आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हर कोई चाहता है कि उसके पास ऐसी आय (Income) भी हो, जो बिना रोज़ाना काम किए आती रहे। यही आय कहलाती है – निष्क्रिय आय (Passive Income)। सरल शब्दों में कहें तो – जब आप एक बार मेहनत करते हैं और बाद में उसी काम से बार-बार पैसा मिलता रहता है, तो वही Passive Income है।भारत जैसे देश में, जहाँ लोग नौकरी, बिज़नेस और छोटे-मोटे कामों में व्यस्त रहते हैं, वहाँ Passive Income एक तरह से फाइनेंशियल फ्रीडम की कुंजी है। सवाल उठता है – आखिर भारत में निष्क्रिय आय का सबसे अच्छा स्रोत कौन सा है?

आइए विस्तार से समझते हp

What is the best source of passive income in India?
What is the best source of passive income in India?

1. निष्क्रिय आय क्यों ज़रूरी है?

  • आर्थिक सुरक्षा (Financial Security): अगर आपकी नौकरी या बिज़नेस में समस्या आ जाए, तो Passive Income काम आती है।
  • रिटायरमेंट प्लानिंग: बुढ़ापे में Active काम करना मुश्किल हो जाता है, तब यही आय आपका सहारा बनती है।
  • फाइनेंशियल फ्रीडम: आपको अपनी मर्ज़ी से जीने की आज़ादी मिलती है।
  • अतिरिक्त आय (Extra Income): नौकरी या बिज़नेस के साथ-साथ ये एक साइड इनकम की तरह काम करती है।

2. भारत में Passive Income के लोकप्रिय स्रोत

(A) रियल एस्टेट से रेंटल इनकम

भारत में Passive Income का सबसे पुराना और भरोसेमंद तरीका है – किराये पर प्रॉपर्टी देना

  • यदि आपके पास फ्लैट, दुकान या ऑफिस है तो उसे किराए पर देकर हर महीने तय इनकम मिलती है।
  • प्रॉपर्टी की कीमत समय के साथ बढ़ती भी है, यानी Capital Appreciation भी होता है।

फायदे:

  • लंबी अवधि तक स्थिर आय।
  • प्रॉपर्टी की वैल्यू बढ़ती रहती है।

नुकसान:

  • शुरुआती निवेश बहुत बड़ा होता है।
  • मेंटेनेंस और टैक्स का खर्च।

(B) शेयर बाज़ार में डिविडेंड इनकम

अगर आप शेयर बाज़ार में निवेश करते हैं, तो कुछ कंपनियाँ अपने मुनाफे का हिस्सा शेयरहोल्डर्स को देती हैं, जिसे Dividend कहते हैं।

  • यह एक बेहतरीन Passive Income है क्योंकि एक बार अच्छे शेयर खरीद लिए तो हर साल डिविडेंड मिलता रहेगा।

फायदे:

  • शेयर की कीमत बढ़े तो Capital Gain भी मिलेगा।
  • डिविडेंड पर टैक्स नियम अनुकूल होते हैं।

नुकसान:

  • शेयर मार्केट में रिस्क रहता है।
  • सही स्टॉक्स चुनना ज़रूरी है।

(C) म्यूचुअल फंड्स और SIP

म्यूचुअल फंड्स खासकर डिविडेंड पेइंग फंड्स या Index Funds लंबे समय तक Passive Income का अच्छा जरिया हैं।

  • SIP (Systematic Investment Plan) के ज़रिए छोटे-छोटे निवेश से बड़ा कॉर्पस बन सकता है।
  • बाद में आप Systematic Withdrawal Plan (SWP) से हर महीने आय ले सकते हैं।

(D) फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) और रिकरिंग डिपॉज़िट (RD)

भारतीय परिवारों का पसंदीदा निवेश – FD और RD

  • इसमें ब्याज के रूप में स्थिर आय मिलती है।
  • सीनियर सिटीज़न को ज्यादा ब्याज दर मिलती है।

फायदे:

  • सुरक्षित और भरोसेमंद।
  • बैंक गारंटी।

नुकसान:

  • ब्याज दरें कम होती जा रही हैं।
  • महंगाई (Inflation) को मात नहीं दे पातीं।

(E) पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और अन्य सरकारी योजनाएँ

भारत में PPF, NSC, SCSS, PMVVY जैसी योजनाएँ लंबी अवधि की Passive Income देती हैं।

  • सरकार द्वारा सुरक्षित।
  • टैक्स बचत भी।

(F) डिजिटल प्रोडक्ट्स और ऑनलाइन इनकम

आज के समय में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ Passive Income Source है – ऑनलाइन इनकम

  • YouTube चैनल: एक बार वीडियो बनाकर अपलोड करें, एड्स से सालों-साल इनकम।
  • Blogging: आर्टिकल लिखकर Ads और Affiliate Marketing से कमाई।
  • E-book/Online Course: एक बार मेहनत करके डिजिटल प्रोडक्ट तैयार करें और बार-बार बेचें।

फायदे:

  • स्केलेबल (एक बार मेहनत, बाद में Unlimited कमाई)।
  • Low investment।

नुकसान:

  • शुरुआती मेहनत और धैर्य चाहिए।
  • Competition ज़्यादा है।

(G) रॉयल्टी इनकम

  • अगर आप लेखक, संगीतकार या आर्टिस्ट हैं तो किताब, गाना या डिजाइन से रॉयल्टी कमा सकते हैं।
  • पेटेंट और Invention से भी रॉयल्टी मिलती है।

(H) पीयर-टू-पीयर लेंडिंग (P2P Lending)

अब भारत में कई P2P Lending Platforms आ चुके हैं।

  • आप दूसरों को Loan देकर EMI के रूप में Passive Income कमा सकते हैं।
  • ब्याज दरें FD से ज़्यादा होती हैं।

नुकसान:

  • डिफॉल्ट का रिस्क।
  • सही प्लेटफ़ॉर्म चुनना ज़रूरी।

3. भारत में सबसे अच्छा Passive Income Source कौन सा है?

अब सवाल यही है कि इन सबमें Best कौन है? दरअसल, “Best” का मतलब हर व्यक्ति के लिए अलग होता है

  • अगर आप सुरक्षा चाहते हैं, तो FD, PPF और सरकारी योजनाएँ।
  • अगर आप उच्च रिटर्न चाहते हैं, तो शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड।
  • अगर आपके पास प्रॉपर्टी है, तो Rental Income सबसे बेहतर।
  • अगर आप क्रिएटिव या डिजिटल स्किल्स रखते हैं, तो Blogging, YouTube और Online Course।

लेकिन एक स्मार्ट निवेशक वही है, जो अपनी Income Sources को Diversify करता है। यानी केवल एक ही रास्ते पर निर्भर न रहकर अलग-अलग तरीकों से Passive Income बनाना।

4. शुरुआती लोगों के लिए Step-by-Step गाइड

  1. सबसे पहले अपनी Monthly Saving तय करें।
  2. उसमें से 30% सुरक्षित निवेश (FD, PPF)।
  3. 40% ग्रोथ निवेश (Mutual Fund, Shares)।
  4. 20% Digital Income (Blogging, YouTube, Online Course)।
  5. 10% High-Risk Income (P2P Lending, Small-Cap Stocks)।

5. भविष्य में Passive Income का ट्रेंड

भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

  • Online Platforms (YouTube, Blogging, E-Commerce) Passive Income का सबसे बड़ा Source बनेंगे।
  • साथ ही, Financial Awareness बढ़ने से लोग FD और RD की जगह Mutual Funds और Stocks को चुनेंगे।
  • रियल एस्टेट हमेशा मजबूत विकल्प रहेगा, खासकर Tier-2 और Tier-3 शहरों में।

निष्कर्ष (Conclusion)

भारत में निष्क्रिय आय का सबसे अच्छा स्रोत आपकी ज़रूरत और स्थिति पर निर्भर करता है।

  • यदि आप सुरक्षित निवेश चाहते हैं → FD, PPF, Pension Plans
  • यदि आप अधिक रिटर्न चाहते हैं → Stocks, Mutual Funds, Rental Property
  • यदि आप Digital Age में जी रहे हैं और मेहनत करने को तैयार हैं → YouTube, Blogging, Online Courses

सबसे समझदारी भरा तरीका है – Multiple Passive Income Sources बनाना। यही असली Financial Freedom की कुंजी है।

आसान भाषा में कहें तो – Passive Income वह पैसा है, जो आपके सोते-सोते भी आता है। भारत में इसका सबसे अच्छा स्रोत वही है, जो आपके Interest, Skill और Investment Capacity से Match करता है।

 

sip कैसे शुरू करें .how to start sip

क्या मैं IND मनी से यूएस शेयरों में निवेश कर सकता हूं? Can I invest in US stocks with IND money?

Can I invest in US stocks with IND money?

जैसा आप सभी भली भाती जानते हैं | कि investing setup बिल्कुल जेनुइन इनफॉरमेशन प्रोवाइड करतl है स्टॉक मार्केट सोशल मीडिया औरऑनलाइन अर्निंग से रिलेटेड आर्टिकल मिल जाएगा |आज इस लेख में Us stock इन्वेस्टिंग  करके प्रॉफिट  कर     पाएंगे  जो फाइनेंशली फ्रीडम अचीव कर सकते हैं इसलिए  लेख को  ध्यान पूर्वक  से पढ़ें . क्या भारतीय रुपये से US शेयरों में निवेश संभव है? हां, बिल्कुल संभव है! आप भारत में रहते हुए भी भारतीय रुपये (₹) का उपयोग करके अमेरिकी शेयरों में निवेश कर सकते हैं—चाहे वह सीधे या अप्रत्यक्ष (indirect) रूप से हो। लेकिन इसमें कुछ नियम, प्रक्रियाएँ, और सुविधाएँ लागू होती हैं।

1. किस सीमा (limit) तक निवेश कर सकते हैं?

भारतीय निवासी लोग विदेशी निवेश के लिए रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) की Liberalised Remittance Scheme (LRS) के अंतर्गत प्रति वर्ष $250,000 तक का निवेश कर सकते हैं। यह सीमा लगभग ₹2 करोड़ से अधिक बनती है (₹ प्रकारानुसार) ।

 

2. निवेश के दो प्रमुख मार्ग (Direct vs Indirect)

2.1. प्रत्यक्ष निवेश (Direct Investment)

(क) भारतीय प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से (Indian brokers with US tie-ups)

कुछ लोकप्रिय भारतीय प्लेटफॉर्म—जैसे INDmoney, Vested Finance, HDFC Securities Global Investing, आदि—आपको सीधे यू.एस. शेयरों में निवेश का विकल्प देते हैं। ये प्लेटफ़ॉर्म अमेरिकी बाजारों से जुड़े होते हैं और आप रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं।

INDmoney

₹100 से शुरू हो सकता है।

5,000+ अमेरिकी शेयर और ETF तक पहुँच। ।

ऐप के भीतर INR → USD रूपांतरण और डिजिटल KYC प्रक्रिया द्वारा खाता खोलना।

fractional निवेश (अंश-शेयर) और SIP विकल्प उपलब्ध। ।

सुरक्षित: ‘Direct access’ खाते GIFT City में IFSCA नियमन के अंतर्गत, ‘Global access’ खाते DriveWealth या Alpaca (SEC/FINRA) के साथ। निवेश SIPC द्वारा $500,000 तक सुरक्षा प्राप्त। ।

टैक्स: डिविडेंड पर US में ~25% withholding टैक्स, जिसे भारत में foreign tax credit के रूप में क्लेम किया जा सकता है। Capital gains: Short-term (<24 माह) पर आपके slab के अनुसार; Long-term (≥24 माह) पर 12.5%. ।

Vested Finance:

5,000+ US stocks और ETFs तक पहुँच। ।

HDFC Securities Global Investing:

VF Securities (₹-USD रूपांतरण और KYC सहित) के माध्यम से निवेश; प्रक्रिया में दस्तावेज़ और compliance आवश्यक। ।

 

(ख) GIFT City (India INX) के माध्यम से

India INX (GIFT City का BSE subsidiary) पर विशेष US स्टॉक्स UDRs (Unsponsored Depository Receipts) के रूप में उपलब्ध हैं—लगभग 50 stocks। fractional रूपांतरण और भारतीय मुद्रा में लेन-देन संभव, और न्यूनीकृत प्रक्रिया। ।

2.2. अप्रत्यक्ष निवेश (Indirect Investment)

सीधे अमेरिकी शेयरों में जाने के बजाय, आप भारतीय म्युचुअल फंड या ETF में निवेश कर सकते हैं, जो US इंडेक्स/शेयरों में निवेश करते हैं:

वैश्विक या specifically US एक्सपोज़र देने वाले mutual funds या ETFs।

उदाहरण: India-based funds जो S&P 500 को ट्रैक करते हैं, या global diversified funds। ।

यह तरीका सरल, कम जटिलता वाला और अक्सर अधिक समझने में आसान होता है।

 

3. कौन-कौन से प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध हैं?

3.1. INDmoney

भारतीय रुपये से US शेयरों में निवेश: ₹100 या $1 से शुरू (लगभग ₹85)। ।

9,000+ शेयर और 1,000+ ETFs उपलब्ध। ।

Digital KYC, rupee-to-dollar conversion, और SIP/P/A alerts जैसी सुविधाएँ। ।

सुरक्षा: Direct Access (IFSCA), Global Access (DriveWealth/Alpaca), SIPC insured। ।

Taxation: dividend withholding और capital gains टैक्स विवरण पहले ही वर्णन किया गया।

3.2. Vested Finance

5,000+ US stocks और ETFs, digital onboarding। ।

3.3. HDFC Securities Global Investing

Vested का एक अन्य रूप; विदेशी निवेश प्रक्रिया और दस्तावेज़ प्रबंधन के लिए एक और विकल्प। ।

3.4. GIFT City (India INX UDRs)

UDRs के माध्यम से सीमित संख्या में अमेरिकी स्टॉक्स में fractional निवेश। नियम-कानून से लगने वाले compliance सरल। ।

3.5. इंडायरेक्ट विकल्प

Indian mutual funds या ETFs जो US या global markets में एक्सपोज़र देते हैं। सरल और कम जोखिम लेकिन सीधे शेयर का मालिकाना हक नहीं। ।

 

4. भारत से US शेयरों में निवेश की प्रक्रिया – संक्षेप में

1. प्लेटफ़ॉर्म चुनें: INDmoney, Vested, HDFC Securities, या GIFT City UDR route।

2. खाता खोलें: Digital KYC, document verification।

3. ₹ को $ में कन्वर्ट करें: RBI LRS के तहत सीमित राशि तक। INR से USD रूपांतरण आपके बैंक या प्लेटफ़ॉर्म द्वारा।

4. निवेश करें: fractional shares, ETFs या सीधे शेयर खरीदें।

5. कर (Taxation): dividend withholding, short/long term capital gains; भारत में foreign tax credit का उपयोग।

 

5. क्या यह सुरक्षित है?

जी हाँ:

INDmoney जैसी कंपनियाँ नियामक संरक्षण (IFSCA, SEC/FINRA) और SIPC बीमा प्रदान करती हैं। ।

UDRs route में compliance और GIFT City regulatory framework से सुरक्षा मिलती है। ।

 

6. उपयोगकर्ताओं (Reddit) की राय

> “Yes, it is absolutely safe to invest in US stocks via INDmoney. Your US stocks’ ‘Direct access’ accounts are created with INDmoney Global IFSC … regulated by IFSCA in Gift City… Global access accounts… DriveWealth LLC and Alpaca Securities LLC”

यह उपयोगकर्ता अनुभव यह बताते हैं कि INDmoney यूज़र्स को सुरक्षित महसूस कराता है।

 

7. हिन्दी में सारांश (Short Summary)

भारत से US शेयरों (अमेरिकन कंपनियों) में निवेश करना पूरी तरह संभव है।

आप INR (भारतीय रुपये) के माध्यम से सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से निवेश कर सकते हैं।

प्रमुख मार्ग:

1. Direct Investment: INDmoney, Vested, HDFC, GIFT-City UDRs के ज़रिए।

2. Indirect Investment: Mutual funds/ETFs जो US मार्केट में निवेश करते हैं।

 

LRS सीमा $250,000/year।

fractional निवेश, SIP, digital onboarding, और सुरक्षा विकल्प मौजूद हैं।

taxation की जानकारी: dividend withholding, CGT.

उपयोगकर्ता और तकनीकी दृष्टिकोण से यह सुरक्षित और सुविधाजनक है।

 

8. आगे क्या करना चाहिए?

1. अपनी निवेश रणनीति तय करें: सीधे शेयर या फंड।

2. एक विश्वासनीय प्लेटफ़ॉर्म चुनें—उदाहरणतः INDmoney।

3. LRS सीमा, लागत (charges), टैक्स नियम और प्रक्रिया को समझें।

4. जोखिम-प्रबंधन के लिए diversified portfolio बनाएँ।

5. नियमित रूप से अपडेटेड रहें—कर नियम, शुल्क, और exchange rates पर ध्यान दें।

सारांश टेबल

पहलू जानकारी

Legal Structure LRS के तहत $250k/year तक निवेश वैध
Platforms INDmoney, Vested, Groww, Mutual Funds/ETFs
Minimum Investment $1 या ≈₹100 (fractional)
Taxation Dividends (25% withholding, Indian credit), CG – ST/LT
Fees कम से कम — INDmoney में अक्सर zero charges
Benefits Diversification, USD appreciation, convenience, SIP

यदि आप चाहें तो मैं आपको INDmoney या Vested जैसे किसी प्लेटफ़ॉर्म पर कैसे शुरुआत करें, इस पर step-by-step मार्गदर्शन भी दे सकता हूँ—आप बताइए कि आपकी क्या प्राथमिकता है: सरल शुरुआत, कम लागत, या विशेष सुविधाएँ?