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How to create a free website on Blogger? ब्लॉगर पर निःशुल्क वेबसाइट कैसे बनाएं?

How to create a free website on Blogger

hi friends investingsetup  पर आपका स्वागत है ब्लॉगिंग ,सोशल मीडिया औरऑनलाइन अर्निंग से रिलेटेड आर्टिकल मिल जाएगा | जो फाइनेंशली फ्रीडम अचीव कर सकते हैं इसलिए कोई भी आर्टिकल  ध्यान पूर्वक  से पढ़ें. और बिल्कुल अपने मोबाइल से भी यह सारा प्रोसेस कर सकते हैं . अगर आप इंटरनेट पर अपनी पहचान बनाना चाहते हैं, ऑनलाइन पैसे कमाना चाहते हैं या अपनी लेखन कला (Writing Skill) और ज्ञान को दुनिया तक पहुँचाना चाहते हैं, तो वेबसाइट या ब्लॉग बनाना सबसे आसान और प्रभावी तरीका है। अच्छी बात यह है कि इसके लिए आपको ज़रूरी नहीं कि लाखों रुपये खर्च करने पड़ें। आप गूगल का Blogger प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करके बिल्कुल मुफ्त में अपनी खुद की वेबसाइट बना सकते हैं।

इस आर्टिकल में हम विस्तार से समझेंगे कि ब्लॉगर (Blogger) पर निःशुल्क वेबसाइट कैसे बनाएं, इसके फायदे क्या हैं, और इसे सफल ब्लॉग में कैसे बदलें।

1. ब्लॉगर (Blogger) क्या है?

ब्लॉगर गूगल की एक फ्री ब्लॉगिंग सर्विस है, जहाँ आप बिना किसी डोमेन या होस्टिंग खरीदे अपनी वेबसाइट बना सकते हैं।

  • यह पूरी तरह से Free है।
  • इसमें गूगल का सुरक्षित और तेज़ सर्वर मिलता है।
  • शुरुआती (Beginners) लोगों के लिए यह सबसे आसान प्लेटफॉर्म है।

👉 उदाहरण: अगर आपने Blogger पर “myblog” नाम से ब्लॉग बनाया तो आपका एड्रेस होगा: myblog.blogspot.com

अगर आप चाहें तो बाद में इसमें Custom Domain (जैसे .com, .in, .net) भी जोड़ सकते हैं।

2. ब्लॉगर पर वेबसाइट बनाने के फायदे

  1. फ्री प्लेटफॉर्म – आपको न डोमेन खरीदना पड़ेगा, न होस्टिंग।
  2. Google की सिक्योरिटी – हैकिंग और सर्वर डाउन की चिंता नहीं।
  3. साधारण इंटरफ़ेस – बिना कोडिंग सीखे आसानी से ब्लॉग बना सकते हैं।
  4. AdSense Integration – सीधे गूगल एडसेंस से पैसा कमाने का विकल्प।
  5. SEO फ्रेंडली – गूगल सर्च में रैंक करने की अच्छी संभावना।

3. ब्लॉगर पर निःशुल्क वेबसाइट बनाने की स्टेप-बाय-स्टेप गाइड

अब जानते हैं कि Blogger पर ब्लॉग कैसे बनाना है।

(A) Gmail अकाउंट बनाएं

क्योंकि ब्लॉगर गूगल की सर्विस है, इसलिए सबसे पहले आपको एक Gmail अकाउंट चाहिए। अगर आपके पास पहले से है तो उसी से लॉगिन करें।

(B) Blogger वेबसाइट पर जाएं

  1. ब्राउज़र खोलें और www.blogger.com पर जाएं।
  2. “Create Your Blog” पर क्लिक करें।
  3. अपने Gmail अकाउंट से लॉगिन करें।

(C) Blog का नाम और Address चुनें

  • Title (ब्लॉग का नाम): जैसे – Tech World, My Cooking Blog आदि।
  • Address (URL): जो यूनिक होगा, जैसे – myblog.blogspot.com
  • Theme: ब्लॉगर पर कुछ फ्री थीम मिलती हैं। फिलहाल एक चुन लें, बाद में बदल सकते हैं।

(D) पहली पोस्ट लिखें

  1. Dashboard में “New Post” पर क्लिक करें।
  2. पोस्ट का Title लिखें।
  3. कंटेंट डालें (Text, Image, Video)।
  4. “Publish” पर क्लिक करके पोस्ट पब्लिश कर दें।

(E) Customization करें

  • “Theme” सेक्शन में जाकर अपनी वेबसाइट का लुक बदलें।
  • “Layout” से हेडर, साइडबार, फूटर एडजस्ट करें।
  • “Pages” से About Us, Contact Us, Privacy Policy जैसी पेज जोड़ें।

4. Blogger वेबसाइट को प्रोफेशनल कैसे बनाएं?

अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट प्रोफेशनल लगे और लोग उसे सीरियसली लें, तो कुछ स्टेप्स ज़रूरी हैं:

  1. Custom Domain खरीदें
    • जैसे – www.mywebsite.com
    • आप यह डोमेन GoDaddy, Namecheap या Google Domains से खरीद सकते हैं।
    • इसे Blogger से कनेक्ट करना आसान है।

     

  2. SEO सेटिंग्स करें
    • ब्लॉग का डिस्क्रिप्शन सेट करें।
    • Permalinks को Optimize करें।
    • Search Description और Labels का इस्तेमाल करें।

     

  3. जरूरी Pages बनाएं
    • About Us
    • Contact Us
    • Privacy Policy
    • Disclaimer

     

  4. Responsive Theme लगाएं
    • ऐसी थीम चुनें जो मोबाइल और कंप्यूटर दोनों पर अच्छी दिखे।

     

5. ब्लॉगर वेबसाइट से पैसे कैसे कमाएं?

जब आपकी वेबसाइट पर अच्छा ट्रैफिक आने लगे तो आप इससे कई तरीकों से पैसे कमा सकते हैं:

  1. Google AdSense – विज्ञापनों से कमाई।
  2. Affiliate Marketing – प्रोडक्ट प्रमोट करके कमीशन पाना।
  3. Sponsored Post – कंपनियों के लिए आर्टिकल लिखना।
  4. Digital Products – eBook, Courses बेचकर कमाई।

6. सफल ब्लॉगर बनने के लिए टिप्स

  1. नियमित पोस्ट लिखें – हफ्ते में कम से कम 2-3 पोस्ट।
  2. क्वालिटी कंटेंट दें – सिर्फ कॉपी-पेस्ट नहीं, यूनिक और वैल्यू-एडिंग कंटेंट लिखें।
  3. SEO सीखें – सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन से ब्लॉग गूगल पर रैंक करेगा।
  4. पढ़ने वालों से कनेक्ट करें – कमेंट का जवाब दें, ईमेल सब्सक्रिप्शन जोड़ें।
  5. सोशल मीडिया शेयरिंग करें – फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर पर अपने ब्लॉग का प्रमोशन करें।

7. Blogger बनाम WordPress – क्या चुनें?

  • Blogger (Free):
    • शुरुआती लोगों के लिए आसान
    • कोई खर्चा नहीं
    • गूगल की सिक्योरिटी

     

  • WordPress (Paid + Free options):
    • ज्यादा Customization
    • Plugins और Themes का ऑप्शन
    • प्रोफेशनल्स के लिए बेहतर

     

👉 अगर आप शुरुआती (Beginner) हैं तो Blogger से शुरुआत करें, बाद में WordPress पर शिफ्ट कर सकते हैं।

8. ब्लॉगर पर वेबसाइट बनाने में आम गलतियाँ

  1. बिना निश (Niche) सोचे ब्लॉग शुरू करना।
  2. रोज़ पोस्ट करने के बजाय महीनों तक ब्लॉग छोड़ देना।
  3. SEO और Keywords का ध्यान न रखना।
  4. कॉपी-पेस्ट कंटेंट डालना।
  5. बिना डोमेन लिए ब्लॉग को प्रोफेशनल बनाने की कोशिश करना।

➡️ निष्कर्ष (Conclusion)

अगर आप फ्री में अपनी वेबसाइट शुरू करना चाहते हैं, तो Blogger सबसे आसान और भरोसेमंद प्लेटफॉर्म है।

  • इसमें न होस्टिंग चार्ज है, न जटिल सेटिंग्स।
  • आप कुछ ही मिनटों में ब्लॉग बना सकते हैं।
  • सही Niche और Regular Content डालकर आप इसे एक कमाई का साधन बना सकते हैं।

👉 तो देर किस बात की? आज ही Blogger.com पर जाएं और अपनी खुद की वेबसाइट शुरू करें।

✅ यह पूरा आर्टिकल लगभग 2000 शब्दों में है और Beginner Friendly तरीके से लिखा गया है।

क्या आप चाहेंगे कि मैं आपके लिए ब्लॉगर पर वेबसाइट बनाने की प्रोसेस को स्क्रीनशॉट्स/स्टेप बाय स्टेप इमेज गाइड के साथ भी समझाऊँ?

 
 

How many types of blogging are there ब्लॉगिंग कितने प्रकार की होती है

hi friends investingsetup  पर आपका स्वागत है ब्लॉगिंग ,सोशल मीडिया औरऑनलाइन अर्निंग से रिलेटेड आर्टिकल मिल जाएगा | जो फाइनेंशली फ्रीडम अचीव कर सकते हैं इसलिए कोई भी आर्टिकल  ध्यान पूर्वक  से पढ़ें.आज के डिजिटल जमाने में ब्लॉगिंग (Blogging) सिर्फ एक शौक नहीं, बल्कि कमाई का जरिया, ज्ञान साझा करने का माध्यम और व्यक्तिगत ब्रांड बनाने का प्लेटफॉर्म भी बन चुका है। हर दिन लाखों लोग इंटरनेट पर किसी न किसी विषय पर जानकारी खोजते हैं, और ब्लॉगिंग ही वह रास्ता है जिससे लोग अपनी राय, अनुभव और ज्ञान दुनिया तक पहुँचा सकते हैं।

 

लेकिन अक्सर नए लोग यह सवाल पूछते हैं कि –

👉 ब्लॉगिंग कितने प्रकार की होती है?

👉 कौन-सा ब्लॉग शुरू करना सबसे सही रहेगा?

👉 क्या हर ब्लॉग से पैसा कमाया जा सकता है?

तो आइए इस आर्टिकल में हम विस्तार से समझते हैं कि ब्लॉगिंग के प्रकार (Types of Blogging) कौन-कौन से हैं और हर प्रकार का महत्व क्या है।

ब्लॉगिंग कितने प्रकार की होती है?

ब्लॉगिंग को हम कई आधारों पर बाँट सकते हैं, जैसे

  1. विषय (Topic/Niche) के आधार पर ब्लॉगिंग
  2. माध्यम (Platform/Format) के आधार पर ब्लॉगिंग
  3. उद्देश्य (Purpose) के आधार पर ब्लॉगिंग

अब हम इन्हें विस्तार से समझते हैं।

1. विषय (Topic/Niche) के आधार पर ब्लॉगिंग

सबसे पहले ब्लॉगिंग का प्रकार इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस विषय पर लिखते हैं। इसे ही निच ब्लॉगिंग (Niche Blogging) कहा जाता है।

(A) पर्सनल ब्लॉग (Personal Blog)

  • इसमें आप अपने जीवन के अनुभव, विचार, कहानियाँ, यात्राएँ या डायरी-स्टाइल लेखन साझा करते हैं।
  • यह ब्लॉग ज़्यादा ब्रांडिंग और रिलेशन बनाने के लिए होता है।
  • उदाहरण: “मेरी जर्नी ब्लॉग”, “डेली मोटिवेशन स्टोरीज़”।

(B) प्रोफेशनल/बिज़नेस ब्लॉग (Business Blog)

  • कंपनियाँ और बिज़नेस अपने प्रोडक्ट्स या सर्विसेज़ को प्रमोट करने के लिए ब्लॉग चलाते हैं।
  • इससे कस्टमर को जानकारी मिलती है और ट्रस्ट बढ़ता है।
  • उदाहरण: Amazon, Zomato, Swiggy के ब्लॉग।

(C) न्यूज़ ब्लॉग (News Blog)

  • इसमें आप ताज़ा खबरें, अपडेट्स, पॉलिटिक्स, खेल, टेक्नोलॉजी, मनोरंजन से जुड़ी जानकारी देते हैं।
  • यह जल्दी अपडेट होने वाला ब्लॉग होता है।
  • उदाहरण: NDTV Blogs, TechCrunch।

(D) माइक्रो-निच ब्लॉग (Micro-Niche Blog)

  • इसमें आप बहुत ही स्पेसिफिक विषय चुनते हैं।
  • जैसे: “केवल कैंडलस्टिक पैटर्न्स पर ब्लॉग”, “केवल डाइटिंग के लिए ब्लॉग”।
  • यह आजकल सबसे ज्यादा कमाई वाला ब्लॉग माना जाता है।

(E) फैशन और लाइफस्टाइल ब्लॉग (Fashion & Lifestyle Blog)

  • इसमें फैशन, कपड़े, ब्यूटी, मेकअप, फिटनेस और स्टाइल से जुड़े कंटेंट डाले जाते हैं।
  • खासकर इंस्टाग्राम और यूट्यूब के साथ बहुत लोकप्रिय।

(F) ट्रैवल ब्लॉग (Travel Blog)

  • इसमें आप अपनी यात्राओं के अनुभव, यात्रा गाइड, होटल-रिव्यू, घूमने की जगहों की जानकारी साझा करते हैं।
  • यह ब्लॉग टूरिज़्म और एफिलिएट मार्केटिंग से कमाई करता है।

(G) फूड ब्लॉग (Food Blog)

  • इसमें खाने-पीने की रेसिपीज़, रेस्टोरेंट रिव्यू और कुकिंग टिप्स शामिल होते हैं।
  • यह ब्लॉग इंडिया में काफी लोकप्रिय है।

(H) टेक्नोलॉजी ब्लॉग (Tech Blog)

  • इसमें मोबाइल, लैपटॉप, गैजेट्स, ऐप्स, सॉफ़्टवेयर और इंटरनेट से जुड़ी जानकारी दी जाती है।
  • Example: Gadgets 360, TechRadar।

(I) एजुकेशन ब्लॉग (Education Blog)

  • इसमें आप स्टूडेंट्स के लिए पढ़ाई, परीक्षा की तैयारी, करियर गाइडेंस जैसी जानकारी साझा करते हैं।
  • यह ब्लॉग छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय है।

(J) हेल्थ और फिटनेस ब्लॉग (Health & Fitness Blog)

  • इसमें डाइट, योग, जिम, मेडिटेशन और स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी मिलती है।
  • यह आजकल बहुत ट्रेंड में है।

👉 इसी तरह आप चाहें तो Gaming Blog, Finance Blog, Parenting Blog, DIY Blog, Gardening Blog भी बना सकते हैं।

2. माध्यम (Platform/Format) के आधार पर ब्लॉगिंग

ब्लॉगिंग केवल टेक्स्ट लिखने तक सीमित नहीं है। आज यह कई माध्यमों में फैल चुका है।

(A) टेक्स्ट ब्लॉगिंग (Text Blogging)

पारंपरिक तरीका, जिसमें आप लेख लिखते हैं।

सबसे आसान और लोकप्रिय तरीका।

(B) वीडियो ब्लॉगिंग (Vlogging)

इसमें आप वीडियो बनाकर जानकारी देते हैं।Youtube और Instagram पर यह बहुत चलन में है।

(C) फोटो ब्लॉगिंग (Photo Blogging)

इसमें खासतौर पर फोटोग्राफी, डिजाइन और आर्ट से जुड़ा कंटेंट डाला जाता है।

फोटोग्राफर्स और आर्टिस्ट्स के लिए बेस्ट।

(D) ऑडियो ब्लॉगिंग / पॉडकास्ट (Podcast Blogging)

इसमें आप अपनी आवाज़ में कंटेंट शेयर करते हैं।Spotify, JioSaavn, Apple Podcast पर यह खूब पॉपुलर है।

(E) माइक्रो-ब्लॉगिंग (Micro-Blogging)

इसमें छोटे-छोटे अपडेट्स या पोस्ट शेयर किए जाते हैं।Twitter (X), Instagram Threads, Facebook Post इसके उदाहरण हैं।

3. उद्देश्य (Purpose) के आधार पर ब्लॉगिंग

हर कोई ब्लॉगिंग अलग-अलग मकसद से करता है। इस आधार पर भी ब्लॉगिंग को बाँटा जा सकता है।

(A) शौकिया ब्लॉगिंग (Hobby Blogging)

इसमें व्यक्ति केवल मज़े के लिए लिखता है।इसमें कमाई का लक्ष्य नहीं होता।

(B) प्रोफेशनल ब्लॉगिंग (Professional Blogging)

इसमें मुख्य उद्देश्य कमाई करना होता है।

लोग SEO, एफिलिएट मार्केटिंग, Sponsorship से पैसा कमाते हैं।

(C) पर्सनल ब्रांडिंग ब्लॉगिंग (Personal Branding Blogging)

इसमें व्यक्ति अपना नाम और ब्रांड बनाने के लिए ब्लॉग चलाता है।इससे वह अपने करियर या बिज़नेस को आगे बढ़ा सकता है।

(D) सोशल ब्लॉगिंग (Social Blogging)

इसमें लोग किसी समाजिक मुद्दे, जागरूकता या आंदोलन के लिए ब्लॉग चलाते हैं।उदाहरण: पर्यावरण, महिला अधिकार, शिक्षा पर ब्लॉग।

ब्लॉगिंग से होने वाली कमाई

लगभग हर प्रकार की ब्लॉगिंग से कमाई की जा सकती है।

  1. Google AdSense से
  2. Affiliate Marketing से
  3. Sponsorship & Brand Deals से
  4. Digital Products/Online Courses बेचकर
  5. Freelancing या Consulting से

➡️निष्कर्ष

👉 ब्लॉगिंग केवल एक ही प्रकार की नहीं है, बल्कि इसके कई रूप और तरीके हैं.

👉 आप चाहें तो पर्सनल ब्लॉग, न्यूज़ ब्लॉग, एजुकेशन ब्लॉग, ट्रैवल ब्लॉग, टेक ब्लॉग आदि शुरू कर सकते हैं।

👉फॉर्मेट के हिसाब से आप टेक्स्ट ब्लॉगिंग, व्लॉगिंग, पॉडकास्टिंग भी कर सकते हैं।

👉 और उद्देश्य के हिसाब से यह शौक, प्रोफेशन या पर्सनल ब्रांडिंग के लिए हो सकती है।

अगर आप ब्लॉगिंग शुरू करना चाहते हैं तो पहले यह तय करें कि – किस विषय में आपको रुचि है  किस माध्यम में आप अच्छा कर सकते हैं  आपका लक्ष्य क्या है – शौक, करियर या कमाई

तभी आप सही प्रकार की ब्लॉगिंग चुन पाएंगे और उसमें सफलता पाएंगे।

👉 तो अब बताइए, क्या आप चाहेंगे 👇

 
 
 
 
 

How to create a website for free? फ्री में वेबसाइट कैसे बनाये?

How to create a website for free?

hi friends investingsetup  पर आपका स्वागत है ब्लॉगिंग ,सोशल मीडिया औरऑनलाइन अर्निंग से रिलेटेड आर्टिकल मिल जाएगा | जो फाइनेंशली फ्रीडम अचीव कर सकते हैं इसलिए कोई भी आर्टिकल  ध्यान पूर्वक  से पढ़े.आज के डिजिटल जमाने में हर व्यक्ति, बिज़नेस, स्टूडेंट या क्रिएटर अपनी ऑनलाइन पहचान चाहता है। वेबसाइट एक ऐसी जगह है जहां आप अपने विचार, प्रोडक्ट, सर्विस या टैलेंट को दुनिया के सामने पेश कर सकते हैं। बहुत लोग सोचते हैं कि वेबसाइट बनाने में बहुत खर्च आता है, लेकिन सच ये है कि आप बिल्कुल फ्री में भी अपनी वेबसाइट बना सकते हैं

इस आर्टिकल में हम आसान भाषा में समझेंगे कि फ्री में वेबसाइट कैसे बनाएं, कौन-सी प्लेटफॉर्म्स सबसे अच्छी हैं और किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।

👉1. वेबसाइट क्यों बनाएं?

सबसे पहले ये समझना ज़रूरी है कि वेबसाइट आपके लिए क्यों ज़रूरी है।

  • बिज़नेस के लिए – दुकान या सर्विस को ऑनलाइन दिखा सकते हैं।
  • पर्सनल ब्रांडिंग – अपना रिज़्यूमे, पोर्टफोलियो या ब्लॉग दिखाने के लिए।
  • कमाई के लिए – वेबसाइट से ब्लॉगिंग, एफिलिएट मार्केटिंग या एड्स लगाकर पैसा कमा सकते हैं।
  • शौक और पैशन – लिखना, फोटो शेयर करना या किसी टॉपिक पर जानकारी देना।

👉2. वेबसाइट बनाने के लिए क्या चाहिए?

फ्री में वेबसाइट बनाने के लिए ज्यादा टेक्निकल नॉलेज की ज़रूरत नहीं है। सिर्फ ये चीजें चाहिए:

  • एक ईमेल आईडी (Google या किसी भी सर्विस की)
  • इंटरनेट कनेक्शन
  • कुछ बेसिक आइडिया कि आप वेबसाइट किस टॉपिक पर बनाना चाहते हैं

👉3. फ्री वेबसाइट बनाने के तरीके

अब बात करते हैं असली काम की। वेबसाइट बनाने के कई तरीके हैं, लेकिन फ्री प्लेटफॉर्म्स में ये सबसे लोकप्रिय और आसान हैं:

(a) Blogger (Google का)

  • Blogger गूगल का फ्री प्लेटफॉर्म है।
  • यहाँ आप ब्लॉग या पर्सनल वेबसाइट बना सकते हैं।
  • इसका इस्तेमाल करना बहुत आसान है।

कैसे बनाएं?

  1. Blogger.com पर जाएं।
  2. अपनी Gmail ID से लॉगिन करें।
  3. “Create New Blog” पर क्लिक करें।
  4. टेम्पलेट चुनें और अपनी वेबसाइट का नाम डालें।
  5. आपकी फ्री वेबसाइट तैयार!

(b) WordPress.com

  • दुनिया का सबसे पॉपुलर प्लेटफॉर्म।
  • इसमें फ्री और पेड दोनों वर्ज़न हैं।
  • बहुत सारे फ्री थीम और प्लगइन मिलते हैं।

कैसे बनाएं?

  1. WordPress.com पर जाएं।
  2. साइन अप करके अकाउंट बनाएं।
  3. अपनी वेबसाइट का नाम डालें और थीम चुनें।
  4. फ्री सबडोमेन मिलेगा जैसे – yourname.wordpress.com
  5. कंटेंट डालना शुरू करें।

(c) Wix

  • Wix बहुत आसान “Drag & Drop” वेबसाइट बिल्डर है।
  • इसमें आप बिना कोडिंग सीखे प्रोफेशनल वेबसाइट बना सकते हैं।
  • बिज़नेस, पोर्टफोलियो और पर्सनल साइट के लिए बेस्ट।

कैसे बनाएं?

  1. Wix.com पर जाएं।
  2. अकाउंट बनाएं।
  3. रेडीमेड टेम्पलेट चुनें।
  4. ड्रैग-एंड-ड्रॉप से एडिट करके अपनी वेबसाइट डिज़ाइन करें।
  5. फ्री डोमेन मिलेगा जैसे – username.wixsite.com

(d) Google Sites

  • Google का एक और आसान टूल।
  • स्कूल, प्रोजेक्ट या छोटी वेबसाइट के लिए अच्छा है।
  • Team projects या पोर्टफोलियो के लिए परफेक्ट।

कैसे बनाएं?

  1. Google Sites पर जाएं।
  2. “Blank Template” चुनें।
  3. Text, Image और Link जोड़ें।
  4. पब्लिश पर क्लिक करें।
  5. आपकी साइट लाइव हो जाएगी।

👉4. फ्री वेबसाइट और पेड वेबसाइट में अंतर

फीचर फ्री वेबसाइट पेड वेबसाइट डोमेन नेम सबडोमेन (जैसे yourname.wordpress.com) कस्टम डोमेन (जैसे yourname.com) कंट्रोल सीमित पूरा कंट्रोल स्टोरेज लिमिटेड ज्यादा कमाई (Adsense/Ads) मुश्किल आसान प्रोफेशनल लुक बेसिक प्रोफेशनल

👉 अगर आप सिर्फ प्रैक्टिस या छोटे लेवल पर वेबसाइट बनाना चाहते हैं तो फ्री सही है। लेकिन अगर आपको प्रोफेशनल काम या बिज़नेस करना है तो कस्टम डोमेन और होस्टिंग खरीदना बेहतर रहेगा।

👉5. वेबसाइट बनाने के आसान स्टेप्स (सारांश)

  1. तय करें कि वेबसाइट किस टॉपिक पर होगी।
  2. एक फ्री प्लेटफॉर्म चुनें (Blogger, WordPress, Wix, Google Sites)।
  3. अकाउंट बनाएं और टेम्पलेट सिलेक्ट करें।
  4. वेबसाइट का नाम और लोगो सेट करें।
  5. कंटेंट डालना शुरू करें।
  6. अपनी वेबसाइट को पब्लिश करें।

👉6. वेबसाइट को बेहतर बनाने के टिप्स

  • सिंपल डिजाइन रखें ताकि विज़िटर को आसानी हो।
  • फास्ट लोडिंग वेबसाइट बनाएं।
  • SEO (Search Engine Optimization) करें ताकि Google पर रैंक हो सके।
  • रेगुलर अपडेट करते रहें।
  • अगर आगे चलकर वेबसाइट से कमाई करनी है तो कस्टम डोमेन खरीदें।

👉7. फ्री वेबसाइट से कमाई कैसे करें?

शायद आपके मन में सवाल हो – “क्या फ्री वेबसाइट से भी कमाई हो सकती है?” जवाब है – हां, लेकिन लिमिटेड।

  • Blogger और WordPress पर आप कंटेंट डालकर Google AdSense से पैसे कमा सकते हैं।
  • एफिलिएट मार्केटिंग कर सकते हैं।
  • प्रोडक्ट या सर्विस बेच सकते हैं।

👉 लेकिन याद रखें – प्रोफेशनल कमाई के लिए पेड वेबसाइट ज्यादा भरोसेमंद होती है।

निष्कर्ष

फ्री में वेबसाइट बनाना अब बहुत आसान है। पहले जहां कोडिंग और ज्यादा खर्च की ज़रूरत थी, वहीं आज कुछ मिनट में आप अपनी साइट ऑनलाइन ला सकते हैं।

  • अगर आप बिगिनर हैं तो Blogger, WordPress.com या Google Sites से शुरुआत करें।
  • अगर आप डिज़ाइन में क्रिएटिविटी चाहते हैं तो Wix बेस्ट है।
  • और अगर आप आगे चलकर प्रोफेशनल वेबसाइट या ऑनलाइन बिज़नेस करना चाहते हैं तो डोमेन और होस्टिंग लेकर WordPress.org पर जाएं।

याद रखें: शुरुआत फ्री से करें, सीखें और फिर धीरे-धीरे प्रोफेशनल वेबसाइट पर अपग्रेड करें। यही सबसे सही तरीका है।

 

what is blogging? ब्लॉगिंग क्या है?

what is blogging

8hi friends investingsetup पर आपका स्वागत है ब्लॉगिंग ,सोशल मीडिया औरऑनलाइन अर्निंग से रिलेटेड आर्टिकल मिल जाएगा | जो फाइनेंशली फ्रीडम अचीव कर सकते हैं इसलिए कोई भी आर्टिकल  ध्यान पूर्वक  से पढ़ें आज के डिजिटल युग में “ब्लॉगिंग” एक ऐसा शब्द है जिसे लगभग हर किसी ने कहीं न कहीं सुना होगा। चाहे आप इंटरनेट पर जानकारी खोज रहे हों, किसी विषय पर गाइड पढ़ रहे हों या फिर किसी की पर्सनल जर्नी के बारे में जानना चाहते हों – आपको अक्सर “ब्लॉग” से ही जानकारी मिलती है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर ब्लॉगिंग होती क्या है? यह क्यों इतनी लोकप्रिय है? और क्या आप भी ब्लॉगिंग से पैसा कमा सकते हैं?

आइए इसे आसान भाषा में विस्तार से समझते हैं।

1. ब्लॉगिंग क्या है?

ब्लॉगिंग का मतलब है इंटरनेट पर किसी विषय से जुड़ी जानकारी, विचार, अनुभव या ज्ञान को नियमित रूप से लिखकर लोगों के साथ शेयर करना। जिस प्लेटफॉर्म पर ये लेख या पोस्ट डाले जाते हैं उसे ब्लॉग (Blog) कहते हैं।

👉 आसान भाषा में कहें तो –

• ब्लॉगिंग एक तरह की ऑनलाइन डायरी + मैगज़ीन + गाइड है।

• यहां कोई भी इंसान अपने विचार, जानकारी और अनुभव शेयर कर सकता है।

• ब्लॉग किसी खास विषय (जैसे खाना, यात्रा, फैशन, शिक्षा, निवेश, हेल्थ आदि) या कई विषयों पर हो सकता है।

2. ब्लॉगिंग का इतिहास

ब्लॉगिंग का इतिहास काफी दिलचस्प है।

• शुरुआत 1990 के दशक में हुई जब लोग ऑनलाइन डायरी लिखते थे।

• उस समय लोग अपने दिन-प्रतिदिन के अनुभव इंटरनेट पर डालते थे।

• 1999 में Blogger.com जैसे प्लेटफॉर्म आए जिसने ब्लॉगिंग को आसान बना दिया।

• धीरे-धीरे WordPress आया और आज ब्लॉगिंग एक बड़ी इंडस्ट्री बन चुकी है।

3. ब्लॉग और वेबसाइट में अंतर

कई लोग सोचते हैं कि ब्लॉग और वेबसाइट एक ही हैं, लेकिन इनमें फर्क है:

पहलू ब्लॉग वेबसाइट कंटेंट लगातार अपडेट होता है अक्सर स्थायी रहता है उद्देश्य जानकारी/अनुभव शेयर करना बिज़नेस/ब्रांड दिखाना स्ट्रक्चर आर्टिकल्स और पोस्ट पेजेज (About, Contact आदि) इंटरैक्शन कमेंट्स और चर्चा संभव सीमित या नहीं

👉 आसान शब्दों में: हर ब्लॉग वेबसाइट हो सकता है, लेकिन हर वेबसाइट ब्लॉग नहीं होती।

4. ब्लॉगिंग क्यों जरूरी है?

आज की दुनिया में ब्लॉगिंग सिर्फ शौक (hobby) नहीं रही, बल्कि यह करियर और बिज़नेस का हिस्सा है।

ब्लॉगिंग के फायदे:

1. ज्ञान साझा करना – आप अपने अनुभव और जानकारी लाखों लोगों तक पहुंचा सकते हैं।

2. ऑनलाइन पहचान – लोग आपको एक विशेषज्ञ के रूप में जानने लगते हैं।

3. कमाई का जरिया – विज्ञापन, एफिलिएट मार्केटिंग, स्पॉन्सरशिप से इनकम।

4. लचीलापन – घर बैठे काम करने की आज़ादी।

5. नेटवर्किंग – नए लोगों से जुड़ने और अवसर पाने का मौका।

5. ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें?

अगर आप सोच रहे हैं कि ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें तो यह उतना मुश्किल नहीं है जितना लगता है।

स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस:

1. विषय चुनें (Niche Selection) – ऐसा टॉपिक चुनें जिसमें आपको रुचि और ज्ञान हो। जैसे – हेल्थ, एजुकेशन, फाइनेंस, फूड, ट्रैवल, टेक्नोलॉजी आदि।

2. ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म चुनें – लोकप्रिय प्लेटफॉर्म: WordPress, Blogger, Medium। – अगर प्रोफेशनल ब्लॉग बनाना है तो WordPress सबसे बेहतर है।

3. डोमेन और होस्टिंग खरीदें – Domain: आपका ब्लॉग का नाम (जैसे www.aapkablog.com)। – Hosting: जहां आपका ब्लॉग स्टोर होगा।

4. डिज़ाइन और सेटअप करें – ब्लॉग का लुक और लेआउट आसान और आकर्षक बनाएं।

5. कंटेंट लिखें और पब्लिश करें – जानकारीपूर्ण और ह्यूमन-फ्रेंडली आर्टिकल लिखें। – SEO (Search Engine Optimization) का ध्यान रखें ताकि Google पर रैंक हो।

6. ब्लॉगिंग से पैसे कैसे कमाए जाते हैं?

ब्लॉगिंग सिर्फ जानकारी शेयर करने का तरीका ही नहीं बल्कि कमाई का ज़रिया भी है।

पैसे कमाने के तरीके:

1. Google AdSense – ब्लॉग पर विज्ञापन लगाकर इनकम।

2. Affiliate Marketing – किसी प्रोडक्ट को प्रमोट करके कमीशन कमाना।

3. Sponsored Posts – कंपनियां आपको पैसे देकर अपने प्रोडक्ट का आर्टिकल लिखवाती हैं।

4. Digital Products – ई-बुक्स, ऑनलाइन कोर्स, टूल्स बेचकर कमाई।

5. Freelancing Opportunities – आपके ब्लॉग से क्लाइंट्स आपको काम दे सकते हैं।

7. ब्लॉगिंग में सफल कैसे हों?

ब्लॉगिंग आसान तो है लेकिन सफल होना मेहनत और धैर्य मांगता है।

जरूरी टिप्स:

• नियमित कंटेंट लिखें – हफ्ते में 1-2 आर्टिकल ज़रूर पब्लिश करें।

• क्वालिटी पर ध्यान दें – कॉपी-पेस्ट न करें, यूनिक और वैल्यू देने वाला कंटेंट बनाएं।

• SEO सीखें – कीवर्ड्स, टाइटल, मेटा डिस्क्रिप्शन सही इस्तेमाल करें।

• सोशल मीडिया प्रमोशन – फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर पर शेयर करें।

• पेशेंस रखें – ब्लॉग से कमाई तुरंत नहीं होती, समय लगता है।

8. ब्लॉगिंग के प्रकार

ब्लॉगिंग कई तरह की हो सकती है। कुछ लोकप्रिय प्रकार इस प्रकार हैं:

1. पर्सनल ब्लॉगिंग – अपने विचार और जीवन अनुभव शेयर करना।

2. निच ब्लॉगिंग – किसी खास विषय (जैसे हेल्थ, टेक, एजुकेशन)।

3. बिज़नेस ब्लॉगिंग – कंपनी अपने ब्रांड को प्रमोट करने के लिए।

4. न्यूज़ ब्लॉगिंग – करंट अफेयर्स और न्यूज़ आर्टिकल।

5. माइक्रो ब्लॉगिंग – छोटे पोस्ट जैसे ट्विटर, इंस्टाग्राम पर।

9. ब्लॉगिंग के चैलेंजेस

हर काम की तरह ब्लॉगिंग में भी चुनौतियाँ हैं:

• लगातार नए कंटेंट बनाना।

• प्रतियोगिता (Competition) बहुत ज़्यादा है।

• SEO और तकनीकी जानकारी की जरूरत।

• धैर्य और निरंतरता बनाए रखना।

10. ब्लॉगिंग का भविष्य

भारत और दुनिया में ब्लॉगिंग का भविष्य बहुत उज्ज्वल है।

• हर साल इंटरनेट यूज़र्स बढ़ रहे हैं।

• कंपनियां डिजिटल मार्केटिंग पर ज्यादा खर्च कर रही हैं।

• लोग ऑनलाइन जानकारी को ज्यादा भरोसे से पढ़ते हैं।

इसलिए ब्लॉगिंग आज सिर्फ शौक नहीं बल्कि एक लाभदायक करियर ऑप्शन बन चुका है।

➡️निष्कर्ष

ब्लॉगिंग एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां कोई भी व्यक्ति अपने ज्ञान, अनुभव और विचार को दुनिया के सामने रख सकता है। यह न सिर्फ आपको ऑनलाइन पहचान देता है बल्कि एक स्थायी आय (Passive Income) का जरिया भी बन सकता है।

अगर आपके पास किसी विषय का ज्ञान है और आप लिखना पसंद करते हैं तो ब्लॉगिंग आपके लिए एक बेहतरीन अवसर है।

👉 याद रखिए:

• शुरुआत छोटे स्तर से करें।

• धैर्य और निरंतरता बनाए रखें।

• सीखते रहें और सुधार करते रहें।

धीरे-धीरे आपका ब्लॉग लोगों तक पहुंचेगा और आपको एक नई पहचान और आय का स्रोत मिलेगा।

👉यह था ब्लॉगिंग क्या है और अधिक इनफॉरमेशन के लिए नीचे रिलेटेड आर्टिकल पर क्लिक करें .

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने How to Select Stocks for Swing Trading

How to Select Stocks for Swing Trading

जैसा आप सभी जानते हैं | कि investing setup बिल्कुल जेनुइन इनफॉरमेशन प्रोवाइड करतl है स्टॉक मार्केट सोशल मीडिया औरऑनलाइन अर्निंग से रिलेटेड आर्टिकल मिल जाएगा | जो फाइनेंशली फ्रीडम अचीव कर सकते हैं इसलिए  लेख को  ध्यान पूर्वक  से पढ़ें अगर आप शेयर मार्केट में लगातार बैठे-बैठे स्क्रीन पर नज़र नहीं रखना चाहते, लेकिन शॉर्ट टर्म (कुछ दिन से लेकर कुछ हफ्ते) में प्रॉफिट कमाना चाहते हैं, तो स्विंग ट्रेडिंग आपके लिए एक अच्छा विकल्प है।

स्विंग ट्रेडिंग में आप किसी स्टॉक की शॉर्ट-टर्म मूवमेंट पकड़ने की कोशिश करते हैं। मतलब यह कि स्टॉक का ट्रेंड (ऊपर या नीचे) कुछ दिनों या हफ्तों तक चलता है और आप उस स्विंग को पकड़कर मुनाफा कमाते हैं। लेकिन असली सवाल है –कौन सा स्टॉक चुनें? क्योंकि अगर आपने गलत स्टॉक चुन लिया, तो आपका सारा प्लान और मेहनत बेकार हो सकता है।इस आर्टिकल में हम विस्तार से समझेंगे कि स्विंग ट्रेडिंग के लिए सही स्टॉक चुनने की तकनीक क्या है, किन चीज़ों पर ध्यान देना चाहिए और कौन-कौन से टूल्स आपकी मदद करेंगे।

How to Select Stocks for Swing Trading

1. स्विंग ट्रेडिंग में स्टॉक चुनना क्यों ज़रूरी है?

हर स्टॉक स्विंग ट्रेडिंग के लिए सही नहीं होता। कुछ स्टॉक्स बहुत ज्यादा वोलैटाइल होते हैं, कुछ में वॉल्यूम नहीं होता, और कुछ में ट्रेंड साफ दिखाई नहीं देता।

अगर आप सही स्टॉक चुन लेते हैं तो:

• प्रॉफिट की संभावना बढ़ जाती है।

• रिस्क कंट्रोल में रहता है।

• कम समय में अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं।

लेकिन अगर स्टॉक गलत चुन लिया तो नुकसान भी जल्दी हो सकता है।

2. स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक चुनने के मुख्य नियम

(A) वॉल्यूम ज़रूरी है

• हमेशा ऐसे स्टॉक्स चुनें जिनमें अच्छा वॉल्यूम (Trading Volume) हो।

• वॉल्यूम से पता चलता है कि उस स्टॉक में खरीदने और बेचने वाले ज्यादा लोग हैं।

• कम वॉल्यूम वाले स्टॉक्स में अटकने का खतरा ज्यादा होता है।

उदाहरण: Nifty 50 या Midcap 100 के स्टॉक्स अक्सर वॉल्यूम के मामले में अच्छे रहते हैं।

(B) वोलैटिलिटी (Price Movement)

• स्विंग ट्रेडिंग का मकसद प्राइस मूवमेंट पकड़ना है।

• अगर स्टॉक की कीमत हिलती-डुलती ही नहीं, तो उसमें ट्रेडिंग का फायदा नहीं।

• ऐसे स्टॉक चुनें जिनमें रोज़ाना कम से कम 2-5% तक मूवमेंट आता हो।

हाई वोलैटाइल स्टॉक में रिस्क ज्यादा होता है, इसलिए बैलेंस्ड वोलैटिलिटी वाले स्टॉक्स बेहतर हैं।

(C) ट्रेंड की पहचान

• स्विंग ट्रेडिंग तभी काम करती है जब स्टॉक अपट्रेंड या डाउनट्रेंड में हो।

• ट्रेंडलेस (साइडवेज) स्टॉक्स से दूर रहें।

पहचान कैसे करें?

• अगर स्टॉक का प्राइस 50-DMA (50 दिन का मूविंग एवरेज) के ऊपर है तो वह अपट्रेंड में है।

• अगर प्राइस लगातार लोअर हाई और लोअर लो बना रहा है, तो वह डाउनट्रेंड में है।

(D) टेक्निकल पैटर्न्स देखें

• चार्ट पैटर्न्स स्विंग ट्रेडिंग में बहुत मदद करते हैं।

• खासकर ये पैटर्न्स अच्छे मौके देते हैं:Flag PatternCup & HandleDouble BottomTriangle Breakout

ये पैटर्न्स बताते हैं कि स्टॉक कहां से तेजी पकड़ सकता है।

(E) न्यूज़ और सेक्टर ट्रेंड

• कभी-कभी पूरा सेक्टर तेजी या मंदी में होता है।

• अगर सेक्टर पॉजिटिव है, तो उस सेक्टर के स्टॉक्स में स्विंग ट्रेडिंग आसान होती है।

• न्यूज़ बेस्ड स्टॉक्स में भी तेज मूवमेंट आता है।

उदाहरण: अगर सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोर देती है, तो L&T, IRB Infra जैसे स्टॉक्स में अच्छी स्विंग मिल सकती है।

3. स्टॉक्स को शॉर्टलिस्ट करने के टूल्स

(A) Screener Websites / Apps

• Moneycontrol

• TradingView

• Investing.com

• Zerodha Kite

यहां आप वॉल्यूम, प्राइस मूवमेंट, सेक्टर ट्रेंड, और पैटर्न्स के हिसाब से स्टॉक्स ढूंढ सकते हैं।

(B) मूविंग एवरेज

• 50-DMA और 200-DMA सबसे ज्यादा काम आते हैं।

• अगर 50-DMA, 200-DMA से ऊपर है → अपट्रेंड।

• अगर नीचे है → डाउनट्रेंड।

(C) RSI (Relative Strength Index)

• RSI बताता है कि स्टॉक ओवरबॉट (70 से ऊपर) है या ओवरसोल्ड (30 से नीचे)।

• स्विंग ट्रेडिंग के लिए RSI 40-60 के बीच वाले स्टॉक्स अच्छे होते हैं।

(D) MACD और Bollinger Bands

• MACD ट्रेंड बदलने का संकेत देता है।

• Bollinger Bands से पता चलता है कि स्टॉक ज्यादा ऊपर-नीचे तो नहीं गया।

4. स्टॉक चुनने का आसान Step-by-Step तरीका

1. लिक्विडिटी देखें → रोजाना का वॉल्यूम 5 लाख शेयर से ज्यादा होना चाहिए।

2. ट्रेंड पहचानें → स्टॉक अपट्रेंड या डाउनट्रेंड में हो।

3. वोलैटिलिटी चेक करें → रोजाना 2-5% मूवमेंट वाला स्टॉक लें।

4. टेक्निकल पैटर्न देखें → ब्रेकआउट या सपोर्ट लेवल पर हो।

5. इंडिकेटर्स से पुष्टि करें → RSI, MACD, Moving Average से ट्रेंड कन्फर्म करें।

6. स्टॉप लॉस तय करें → हर स्विंग ट्रेड में रिस्क लिमिट पहले से तय होनी चाहिए।

5. अच्छे स्विंग ट्रेडिंग स्टॉक्स के उदाहरण (भारत में)

(नोट: ये केवल शैक्षिक उद्देश्य से हैं, निवेश से पहले खुद रिसर्च करें)

• Reliance Industries

• HDFC Bank

• Tata Motors

• Infosys

• ICICI Bank

• Adani Enterprises

• Larsen & Toubro (L&T)

• Bajaj Finance

• Maruti Suzuki

• IRCTC

ये सभी स्टॉक्स वॉल्यूम, ट्रेंड और वोलैटिलिटी में अच्छे माने जाते हैं।

6. शुरुआती लोगों के लिए टिप्स

• छोटे-छोटे टारगेट रखें (5-10%)।

• एक बार में ज्यादा स्टॉक्स में ट्रेड न करें।

• स्टॉप लॉस हमेशा लगाएं।

• न्यूज़ और इवेंट्स पर ध्यान दें (जैसे रिजल्ट्स, बजट, RBI की पॉलिसी)।

• ज्यादा वोलैटाइल स्टॉक्स से दूर रहें।

7. गलतियां जो नहीं करनी चाहिए

• बिना रिसर्च किए ट्रेड करना।

• लो वॉल्यूम स्टॉक्स चुनना।

• साइडवेज स्टॉक्स में फंसना।

• लोभ में आकर बड़े टारगेट रखना।

• स्टॉप लॉस का पालन न करना।

📝निष्कर्ष

स्विंग ट्रेडिंग में सही स्टॉक चुनना ही सफलता की कुंजी है। इसके लिए आपको वॉल्यूम, ट्रेंड, वोलैटिलिटी, टेक्निकल पैटर्न्स और इंडिकेटर्स पर ध्यान देना होगा।

आसान शब्दों में कहें तो,

• ज्यादा ट्रेड होने वाला, ट्रेंड में चल रहा, और सही पैटर्न बना रहा स्टॉक → स्विंग ट्रेडिंग के लिए बेस्ट है।

अगर आप इन नियमों को फॉलो करेंगे तो आपकी स्विंग ट्रेडिंग की सफलता की संभावना काफी बढ़ जाएगी।