हाय फ्रेंड्स investing setup मैं आपका स्वागत है स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं तो कैंडलेस्टिक समझना बेहद जरूरी है इंट्राडे ट्रेडिंग यानी एक ही दिन के भीतर शेयरों को खरीदना और बेचना। यह ट्रेडिंग का एक ऐसा तरीका है जिसमें तेजी से निर्णय लेना, सही टाइमिंग, और टेक्निकल एनालिसिस बेहद ज़रूरी होता है। इस एनालिसिस में कैंडलस्टिक पैटर्न (Candlestick Patterns) सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कैंडलस्टिक पैटर्न एक चार्टिंग तकनीक है जो प्राइस मूवमेंट को विजुअली दिखाती है। इससे यह समझने में मदद मिलती है कि बाजार में बायर्स (खरीदार) और सेलर्स (विक्रेता) के बीच किसकी ताकत ज्यादा है। यदि आप इंट्राडे ट्रेडर हैं, तो इन पैटर्न्स को समझना और उन्हें पहचानना बेहद जरूरी है।
इस लेख में हम इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए 10 सर्वश्रेष्ठ कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में विस्तार से जानेंगे।
1. डोजी (Doji)
पहचान:
डोजी कैंडल तब बनती है जब ओपन और क्लोजिंग प्राइस लगभग समान होते हैं। इसका मतलब है कि बाजार में अनिश्चितता है।
इंट्राडे संकेत:
➡️अगर अपट्रेंड के बाद डोजी बने, तो रिवर्सल यानी गिरावट की संभावना।
➡️अगर डाउनट्रेंड के बाद डोजी बने, तो कीमत ऊपर जा सकती है।
रणनीति↙️
➡️कंफर्मेशन का इंतजार करें। अगली कैंडल अगर ट्रेंड के उलट दिशा में बने तो ट्रेड प्लान करें।
2. हैमर (Hammer)
पहचान
छोटा बॉडी, लंबा लोअर विक (नीचे की पूंछ)। यह डाउनट्रेंड के बाद बनती है।
इंट्राडे संकेत↙️
👉तेजी (बुलिश) रिवर्सल का संकेत।
👉यह दर्शाता है कि सेलर्स ने दबाव डाला लेकिन बायर्स ने कीमत को वापस ऊपर खींच लिया।
रणनीति↙️
➡️अगली कैंडल बुलिश हो तो बाय पोजीशन लें।➡️SL: हैमर के लो के नीचे।
3. इन्वर्टेड हैमर (Inverted Hammer)
पहचान↙️
छोटा बॉडी, लंबा अपर विक (ऊपर की पूंछ)। डाउनट्रेंड के बाद बनती है।
इंट्राडे संकेत↙️
👉संभावित रिवर्सल (बुलिश) का संकेत।
👉बायर्स एक्टिव हो सकते हैं।
रणनीति:
👉अगली बुलिश कैंडल बनने पर बाय करें।
👉SL: इन्वर्टेड हैमर के लो के नीचे।
4. शूटिंग स्टार (Shooting Star)
पहचान↙️
छोटा बॉडी, लंबा अपर विक। अपट्रेंड के बाद बनती है।
इंट्राडे संकेत↙️
👉तेजी के बाद मंदी का संकेत।
👉बायर्स कमजोर और सेलर्स मजबूत हो रहे हैं।
रणनीति:
👉अगली बेयरिश कैंडल पर सेल पोजीशन लें।
👉SL: Shooting Star के हाई के ऊपर।
5. बुलिश एंगलफिंग (Bullish Engulfing)
पहचान↙️
दो कैंडल्स का पैटर्न। पहली कैंडल छोटी बेयरिश, दूसरी बड़ी बुलिश कैंडल जो पहली को पूरी तरह ढक ले।
इंट्राडे संकेत:
👉डाउनट्रेंड में तेजी की शुरुआत।
👉बायर्स ने कंट्रोल ले लिया है।
रणनीति:
👉बाय करें अगली बुलिश कैंडल पर।
👉SL: पहली कैंडल के लो के नीचे।
6. बेयरिश एंगलफिंग (Bearish Engulfing)
पहचान↙️
पहली छोटी बुलिश, दूसरी बड़ी बेयरिश कैंडल जो पहली को ढक ले।
इंट्राडे संकेत↙️
👉अपट्रेंड में कमजोरी।
👉सेलर्स ने बाजार का रुख बदल दिया है।
रणनीति:
👉सेल करें अगली बेयरिश कैंडल पर।
👉SL: पहली कैंडल के हाई के ऊपर।
7. मॉर्निंग स्टार (Morning Star)
पहचान↙️
तीन कैंडल्स का पैटर्न।
- बड़ी बेयरिश
- छोटी बॉडी (डोजी या स्पिनिंग टॉप)
- बड़ी बुलिश कैंडल
इंट्राडे संकेत↙️
डाउनट्रेंड में रिवर्सल का इशारा।
बायर्स ने वापस कंट्रोल लिया।
रणनीति:
तीसरी कैंडल पर बाय पोजीशन लें।
SL: दूसरी कैंडल के लो के नीचे।
8. इवनिंग स्टार (Evening Star)
पहचान↙️
- बड़ी बुलिश कैंडल
- छोटी बॉडी (डोजी या स्पिनिंग टॉप)
- बड़ी बेयरिश कैंडल
इंट्राडे संकेत↙️
अपट्रेंड से डाउनट्रेंड की ओर बदलाव।
सेलर्स का दबदबा बढ़ता है।
रणनीति:
तीसरी कैंडल पर सेल करें।
SL: दूसरी कैंडल के हाई के ऊपर।
9. पिन बार (Pin Bar)
पहचान↙️
👉एक तरफ लंबी पूंछ और दूसरी तरफ बहुत छोटी या न के बराबर।
इंट्राडे संकेत↙️
लॉन्ग विक उस दिशा में दबाव दर्शाता है।
ऊपर की लंबी पूंछ = मंदी (सेल)
नीचे की पूंछ = तेजी (बाय)
रणनीति:
कंफर्मेशन कैंडल के साथ ट्रेड प्लान करें।
10. हारामी पैटर्न (Harami Pattern)
पहचान↙️
पहली बड़ी कैंडल, दूसरी छोटी बॉडी वाली कैंडल जो पहली के अंदर हो।
इंट्राडे संकेत↙️
ट्रेंड में कमजोरी।
हो सकता है रिवर्सल हो।
रणनीति:
अगली कैंडल का इंतजार करें।
दिशा स्पष्ट हो तब ही पोजीशन लें।
कैंडलस्टिक पैटर्न्स को सही तरीके से कैसे यूज़ करें?
1. ट्रेंड की पुष्टि करें:
कैंडलस्टिक पैटर्न तब ही मजबूत होते हैं जब वे किसी ट्रेंड के अंत में बनें — यानी अपट्रेंड या डाउनट्रेंड के बाद।
2. वॉल्यूम देखें:
जिन पैटर्न्स के साथ हाई वॉल्यूम हो, वे ज्यादा मजबूत संकेत देते हैं।
3. सपोर्ट और रेजिस्टेंस का इस्तेमाल करें:
कैंडल्स अगर सपोर्ट या रेजिस्टेंस लेवल के पास बन रही हों, तो उनके संकेत और भी मजबूत होते हैं।
4. इंट्राडे टाइमफ्रेम:
5 मिनट, 15 मिनट, या 30 मिनट चार्ट्स पर कैंडल्स का विश्लेषण करें।
कुछ जरूरी टिप्स:
अकेले कैंडल्स पर भरोसा न करें। अन्य टूल्स जैसे RSI, MACD, VWAP आदि के साथ कन्फर्म करें।स्टॉप लॉस का हमेशा प्रयोग करें। इंट्राडे में तेजी से नुकसान हो सकता है।
ओवरट्रेडिंग न करें। सिर्फ क्लियर सिग्नल्स पर ही ट्रेड लें।
बैकटेस्टिंग करें। इन पैटर्न्स को चार्ट पर देख कर अभ्यास करें।
निष्कर्ष
इंट्राडे ट्रेडिंग में सफलता के लिए कैंडलस्टिक पैटर्न को समझना और सही समय पर लागू करना जरूरी है। हमने इस लेख में जो टॉप 10 कैंडल पैटर्न्स बताए हैं, वे ट्रेडिंग निर्णय लेने में आपकी काफी मदद कर सकते हैं।
इन पैटर्न्स को बार-बार चार्ट पर देखें, उन्हें पहचानने की प्रैक्टिस करें और धीरे-धीरे बाजार की भाषा समझना शुरू करें। याद रखिए, अनुभव और अनुशासन ही एक सफल इंट्राडे ट्रेडर की असली पूंजी हैं।
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