जैसा आप सभी जानते हैं | कि investing setup बिल्कुल जेनुइन इनफॉरमेशन प्रोवाइड करतl है स्टॉक मार्केट सोशल मीडिया औरऑनलाइन अर्निंग से रिलेटेड आर्टिकल मिल जाएगा | जो फाइनेंशली फ्रीडम अचीव कर सकते हैं इसलिए लेख को ध्यान पूर्वक से पढ़ें अगर आप शेयर मार्केट में लगातार बैठे-बैठे स्क्रीन पर नज़र नहीं रखना चाहते, लेकिन शॉर्ट टर्म (कुछ दिन से लेकर कुछ हफ्ते) में प्रॉफिट कमाना चाहते हैं, तो स्विंग ट्रेडिंग आपके लिए एक अच्छा विकल्प है।
स्विंग ट्रेडिंग में आप किसी स्टॉक की शॉर्ट-टर्म मूवमेंट पकड़ने की कोशिश करते हैं। मतलब यह कि स्टॉक का ट्रेंड (ऊपर या नीचे) कुछ दिनों या हफ्तों तक चलता है और आप उस स्विंग को पकड़कर मुनाफा कमाते हैं। लेकिन असली सवाल है –कौन सा स्टॉक चुनें? क्योंकि अगर आपने गलत स्टॉक चुन लिया, तो आपका सारा प्लान और मेहनत बेकार हो सकता है।इस आर्टिकल में हम विस्तार से समझेंगे कि स्विंग ट्रेडिंग के लिए सही स्टॉक चुनने की तकनीक क्या है, किन चीज़ों पर ध्यान देना चाहिए और कौन-कौन से टूल्स आपकी मदद करेंगे।
1. स्विंग ट्रेडिंग में स्टॉक चुनना क्यों ज़रूरी है?
हर स्टॉक स्विंग ट्रेडिंग के लिए सही नहीं होता। कुछ स्टॉक्स बहुत ज्यादा वोलैटाइल होते हैं, कुछ में वॉल्यूम नहीं होता, और कुछ में ट्रेंड साफ दिखाई नहीं देता।
अगर आप सही स्टॉक चुन लेते हैं तो:
• प्रॉफिट की संभावना बढ़ जाती है।
• रिस्क कंट्रोल में रहता है।
• कम समय में अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं।
लेकिन अगर स्टॉक गलत चुन लिया तो नुकसान भी जल्दी हो सकता है।
2. स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक चुनने के मुख्य नियम
(A) वॉल्यूम ज़रूरी है
• हमेशा ऐसे स्टॉक्स चुनें जिनमें अच्छा वॉल्यूम (Trading Volume) हो।
• वॉल्यूम से पता चलता है कि उस स्टॉक में खरीदने और बेचने वाले ज्यादा लोग हैं।
• कम वॉल्यूम वाले स्टॉक्स में अटकने का खतरा ज्यादा होता है।
उदाहरण: Nifty 50 या Midcap 100 के स्टॉक्स अक्सर वॉल्यूम के मामले में अच्छे रहते हैं।
(B) वोलैटिलिटी (Price Movement)
• स्विंग ट्रेडिंग का मकसद प्राइस मूवमेंट पकड़ना है।
• अगर स्टॉक की कीमत हिलती-डुलती ही नहीं, तो उसमें ट्रेडिंग का फायदा नहीं।
• ऐसे स्टॉक चुनें जिनमें रोज़ाना कम से कम 2-5% तक मूवमेंट आता हो।
हाई वोलैटाइल स्टॉक में रिस्क ज्यादा होता है, इसलिए बैलेंस्ड वोलैटिलिटी वाले स्टॉक्स बेहतर हैं।
(C) ट्रेंड की पहचान
• स्विंग ट्रेडिंग तभी काम करती है जब स्टॉक अपट्रेंड या डाउनट्रेंड में हो।
• ट्रेंडलेस (साइडवेज) स्टॉक्स से दूर रहें।
पहचान कैसे करें?
• अगर स्टॉक का प्राइस 50-DMA (50 दिन का मूविंग एवरेज) के ऊपर है तो वह अपट्रेंड में है।
• अगर प्राइस लगातार लोअर हाई और लोअर लो बना रहा है, तो वह डाउनट्रेंड में है।
(D) टेक्निकल पैटर्न्स देखें
• चार्ट पैटर्न्स स्विंग ट्रेडिंग में बहुत मदद करते हैं।
• खासकर ये पैटर्न्स अच्छे मौके देते हैं:Flag PatternCup & HandleDouble BottomTriangle Breakout
ये पैटर्न्स बताते हैं कि स्टॉक कहां से तेजी पकड़ सकता है।
(E) न्यूज़ और सेक्टर ट्रेंड
• कभी-कभी पूरा सेक्टर तेजी या मंदी में होता है।
• अगर सेक्टर पॉजिटिव है, तो उस सेक्टर के स्टॉक्स में स्विंग ट्रेडिंग आसान होती है।
• न्यूज़ बेस्ड स्टॉक्स में भी तेज मूवमेंट आता है।
उदाहरण: अगर सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोर देती है, तो L&T, IRB Infra जैसे स्टॉक्स में अच्छी स्विंग मिल सकती है।
3. स्टॉक्स को शॉर्टलिस्ट करने के टूल्स
(A) Screener Websites / Apps
• Moneycontrol
• TradingView
• Investing.com
• Zerodha Kite
यहां आप वॉल्यूम, प्राइस मूवमेंट, सेक्टर ट्रेंड, और पैटर्न्स के हिसाब से स्टॉक्स ढूंढ सकते हैं।
(B) मूविंग एवरेज
• 50-DMA और 200-DMA सबसे ज्यादा काम आते हैं।
• अगर 50-DMA, 200-DMA से ऊपर है → अपट्रेंड।
• अगर नीचे है → डाउनट्रेंड।
(C) RSI (Relative Strength Index)
• RSI बताता है कि स्टॉक ओवरबॉट (70 से ऊपर) है या ओवरसोल्ड (30 से नीचे)।
• स्विंग ट्रेडिंग के लिए RSI 40-60 के बीच वाले स्टॉक्स अच्छे होते हैं।
(D) MACD और Bollinger Bands
• MACD ट्रेंड बदलने का संकेत देता है।
• Bollinger Bands से पता चलता है कि स्टॉक ज्यादा ऊपर-नीचे तो नहीं गया।
4. स्टॉक चुनने का आसान Step-by-Step तरीका
1. लिक्विडिटी देखें → रोजाना का वॉल्यूम 5 लाख शेयर से ज्यादा होना चाहिए।
2. ट्रेंड पहचानें → स्टॉक अपट्रेंड या डाउनट्रेंड में हो।
3. वोलैटिलिटी चेक करें → रोजाना 2-5% मूवमेंट वाला स्टॉक लें।
4. टेक्निकल पैटर्न देखें → ब्रेकआउट या सपोर्ट लेवल पर हो।
5. इंडिकेटर्स से पुष्टि करें → RSI, MACD, Moving Average से ट्रेंड कन्फर्म करें।
6. स्टॉप लॉस तय करें → हर स्विंग ट्रेड में रिस्क लिमिट पहले से तय होनी चाहिए।
5. अच्छे स्विंग ट्रेडिंग स्टॉक्स के उदाहरण (भारत में)
(नोट: ये केवल शैक्षिक उद्देश्य से हैं, निवेश से पहले खुद रिसर्च करें)
• Reliance Industries
• HDFC Bank
• Tata Motors
• Infosys
• ICICI Bank
• Adani Enterprises
• Larsen & Toubro (L&T)
• Bajaj Finance
• Maruti Suzuki
• IRCTC
ये सभी स्टॉक्स वॉल्यूम, ट्रेंड और वोलैटिलिटी में अच्छे माने जाते हैं।
6. शुरुआती लोगों के लिए टिप्स
• छोटे-छोटे टारगेट रखें (5-10%)।
• एक बार में ज्यादा स्टॉक्स में ट्रेड न करें।
• स्टॉप लॉस हमेशा लगाएं।
• न्यूज़ और इवेंट्स पर ध्यान दें (जैसे रिजल्ट्स, बजट, RBI की पॉलिसी)।
• ज्यादा वोलैटाइल स्टॉक्स से दूर रहें।
7. गलतियां जो नहीं करनी चाहिए
• बिना रिसर्च किए ट्रेड करना।
• लो वॉल्यूम स्टॉक्स चुनना।
• साइडवेज स्टॉक्स में फंसना।
• लोभ में आकर बड़े टारगेट रखना।
• स्टॉप लॉस का पालन न करना।
📝निष्कर्ष
स्विंग ट्रेडिंग में सही स्टॉक चुनना ही सफलता की कुंजी है। इसके लिए आपको वॉल्यूम, ट्रेंड, वोलैटिलिटी, टेक्निकल पैटर्न्स और इंडिकेटर्स पर ध्यान देना होगा।
आसान शब्दों में कहें तो,
• ज्यादा ट्रेड होने वाला, ट्रेंड में चल रहा, और सही पैटर्न बना रहा स्टॉक → स्विंग ट्रेडिंग के लिए बेस्ट है।
अगर आप इन नियमों को फॉलो करेंगे तो आपकी स्विंग ट्रेडिंग की सफलता की संभावना काफी बढ़ जाएगी।